खाद्य महंगाई बढ़कर 17.7 प्रतिशत हुई
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा गुरुवार को जारी थोक मूल्य सूचकांक के आंकड़ों के अनुसार समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान खाद्य वस्तुओं के सूचकांक में 0.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि गैर खाद्य वस्तुओं के सूचंकाक में 0.2 प्रतिशत की गिरावट हुई।
कुल मिलाकर इस पूरे वर्ष के दौरान गेहूं, दालों, फलों, दूध और गैर खाद्य वस्तुओं जैसे फाइबर और ईंधन की कीमतें पिछले वर्ष की तुलना में काफी अधिक रहीं। बहरहाल, चावल, प्याज और आलू सस्ते हुए हैं।
पिछले 52 सप्ताह की अवधि में कुछ आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में हुई वृद्धि निम्नलिखित है :
-दालें : 32.6 प्रतिशत
-दूध : 21.12 प्रतिशत
-गेहूं : 13.34 प्रतिशत
-अनाज : 10.92 प्रतिशत
-फल : 14.95 प्रतिशत
-चावल : 8.80 प्रतिशत
सरकार ने दो अप्रैल को दावा किया था कि कीमतों पर नियंत्रण के लिए उठाए गए कदमों के परिणाम दिखने लगे हैं लेकिन ये आंकड़ें उसके विपरीत हैं।
भारतीय रिजर्व बैंक ने बाजार से अतिरिक्त तरलता को वापस खींचने के लिए महत्वपूर्ण दरों को बढ़ा कर मौद्रिक नीति को कड़ा करने का प्रयास किया।
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर डी. सुब्बाराव ने पिछले सप्ताह के शुरू में कहा, "महंगाई का दबाव हमारे अनुमान से अधिक है। नवंबर 2009 और फरवरी 2010 के बीच चार महीनों में थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई 5.6 प्रतिशत से बढ़कर 9.9 प्रतिशत हो गई।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।