ऑस्ट्रेलिया और जर्मनी ने अपने-अपने सेमीफ़ाइनल मुक़ाबले जीत कर भारत में खेले जा रहे हॉकी विश्व कप के फ़ाइनल में जगह बना ली है.
दोनों टीमें लगातार तीसरी बार फ़ाइनल में पहुँची है. पिछले दो विश्व कप फ़ाइनल में ऑस्ट्रेलिया को जर्मनी के हाथों मात खानी पड़ी.
गुरुवार को खेले गए पहले सेमीफ़ाइनल में जर्मनी ने इंग्लैंड को 4-1 से हरा दिया.
ऑस्ट्रेलिया और नीदरलैंड के बीच दूसरा सेमीफ़ाइनल काँटे का रहा लेकिन ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने फिर तेज़ और आक्रामक हॉकी का प्रदर्शन करते हुए प्रतिद्वंद्वी टीम को 2-1 से हरा दिया.
पहला गोल तो ऑस्ट्रेलियाई की ओर से ल्यूक डॉर्नर ने पहले हाफ़ के पहले ही कर दिया. दूसरे हाफ़ में भी ऑस्ट्रेलियाईयों ने आक्रामकता दिखाई और कप्तान ग्लेन टर्नर ने खेल ख़त्म होने से 15 मिनट पहले दूसरा गोल दाग कर स्कोर 2-0 कर दिया.
हालाँकि आख़िर में नीदरलैंड ने एक गोल किया लेकिन यह सिर्फ़ हार का अंतर कम करने के ही काम आया.
लगातार तीसरे विश्व ख़िताब पर नजर लगाए जर्मनी के खिलाड़ियों ने पूरे मैच पर पकड़ बनाए रखी और नतीजा सामने था.
लगभग एकतरफ़ा मुक़ाबले में उसने इंग्लैंड को 4-1 से हरा दिया और इसी के साथ पहली बार फाइनल में पहुंचने का इंग्लैंड का सपना टूट गया.
विश्व कप में जर्मनी और इंग्लैंड का यह छठा मुकाबला था. इससे पहले जर्मनी ने तीन मैच जीते और इंग्लैंड ने एक जीत 1986 के सेमीफ़ाइनल में दर्ज की थी.
जर्मनी के लिए जॉन मार्को मोंटेग ने छठे मिनट में ही पहला गोल दागा, फिर पाँच मिनट बाद ही ओलिवर कोर्न ने दूसरा गोल दाग दिया.
खेल के 31 वें मिनट में मार्टिन हेनर और 61 वें मिनट में लाइनस बट ने दो और गोल कर दिए. पिछले विश्व कप में पांचवें स्थान पर रहे इंग्लैंड के लिए एकमात्र गोल रिचर्ड स्मिथ ने 19वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर किया.