चंद्रयान-1 ने खोजे बर्फ के भंडार
बर्फ का भंडार
इस अभियान से जुड़े नासा के वैज्ञानिकों का मानना है कि चंद्रयान-1 की मदद से चांद के उत्तरी ध्रुव पर कम से कम 60 करोड़ मिट्रिक टन बर्फ का भंडार होने का पता लगाया गया है।
चंद्रयान
ने
ही
चांद
पर
पानी
खोजा:
इसरो
चंद्रयान
ने
नासा
के
मिनी-एसएआर
नाम
के
हल्के
आकार
के
राडार
की
मदद
से
इस
खोज
में
सफलता
हासिल
की
है।
वैज्ञानिकों
का
दावा
है
कि
चांद
पर
40
ऐसे
छोटे
आकार
के
क्रेटरों
का
पता
लगाया
गया
है,
जो
बर्फ
से
भरे
हैं।
इन
क्रेटरों
का
व्यास
दो
से
15
किलोमीटर
तक
है।
चांद पर पानी की पुष्टि
मिनी-एसएआर से जुड़े प्रमुख वैज्ञानिक पॉल स्पडिस ने बताया कि चंद्रयान-1 से मिले आंकड़े चांद को हमारे लिए और महत्वपूर्ण बनाते हैं। बकौल स्पडिस, "चांद हमारे लिए हमेशा से कौतूहल का विषय रहा है। चंद्रयान-1 से मिले आंकड़ों से इसके प्रति हमारे कौतूहल में और वृद्धि हुई है।"
मिनी-एसएआर की मदद से चंद्रयान-1 द्वारा जुटाए गए आंकड़ों पर इस बात को लेकर बल मिला है कि इससे पूर्व नासा द्वारा खोज के माध्यम से चांद पर पानी होने के दावे सही हैं। नासा ने कहा कि चांद पर कई स्वरूपों में पानी मौजूद हो सकता है।
नासा का कहना है कि मिनी-एसएआर और चंद्रयान-1 द्वारा खोजे गए पानी के स्रोत इससे पहले उसके राडार द्वारा इसलिए नहीं पकड़े जा सके क्योंकि बर्फ की परत पर मिट्टी और धूल की परत चढ़ी हुई मालूम होती है। यही कारण है कि नासा अब तक चांद पर पानी होने के अपने दावों की पुष्टि नहीं कर रहा था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।