आरएसएस कार्यकर्ता नानाजी देशमुख का निधन
मध्य प्रदेश सरकार ने रविवार यानी 28 फरवरी को देशमुख के निधन पर एकदिवसीय राजकीय शोक घोषित किया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नानाजी के निधन को अपूरणीय क्षति बताते हुए कहा कि वे निष्कर्म योगी थे और उन्होंने अपने जीवन को देश व समाज के लिए समर्पित कर दिया था। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
शरीर दान किया
देशमुख पिछले कुछ अरसे से बीमार चल रहे थे। उन्हे शनिवार को सुबह सांस लेने में तकलीफ महसूस होने पर जानकी कुंड अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शाम करीब साढ़े चार बजे चिकित्सकों ने उनके निधन की पुष्टि कर दी। उन्होंने अपना शरीर मेडिकल शोध के लिए दान कर दिया था।
महाराष्ट्र के परभणी जिले के कडोली में 11 अक्टूबर 1916 को जन्मे नानाजी ने 1977 में जनता पार्टी की स्थापना में अहम भूमिका निभाई थी। वर्ष 1977 की मोरारजी देसाई की सरकार में उन्होंने सक्रिय भूमिका निभाई। हालांकि वह सरकार में शामिल नहीं हुए। इसके बाद उन्होंने सक्रिय राजनीतिक जीवन से संन्यास ले लिया।