वार्ता के बाद पाकिस्तानी मीडिया का भारत पर हमला
इस्लामाबाद और अन्य शहरों से प्रकाशित उर्दू और अंग्रेजी भाषा के समाचार पत्रों ने गुरुवार को नई दिल्ली में विदेश सचिवों के बीच हुई वार्ता के बाद भारत सरकार को इस दिशा में प्रगति कमी का जिम्मेदार ठहराया है।
निरुपमा राव और सलमान बशीर के बीच हुई वार्ता वर्ष 2008 में मुंबई पर हुए आतंकवादी हमले के बाद से दोनों देशों के बीच हुई पहली ढांचागत बातचीत है। मुंबई हमले का आरोप पाकिस्तानी आतंकवादियों पर लगने के बाद से दोनों देशों के बीच संबंधों में खटास पैदा हो गई थी।
समाचार पत्र 'द न्यूज' ने लिखा है कि दोनों देशों के बीच हुई सचिव स्तरीय वार्ता में कोई ठोस प्रगति नहीं हुई है। भारत दोहरी बात कर रहा है, वह एक बात कहता है लेकिन उसका मतलब दूसरा होता है।
एक अन्य प्रमुख समाचार पत्र 'द डॉन' ने वार्ता से संबंधित खबर का शीर्षक लिखा है, "संपर्क में रहने का अस्पष्ट वादा।"
समाचार पत्र ने लिखा है कि भारत और पाकिस्तान मुंबई हमले के बाद से संपर्क में रहने के एक अस्पष्ट वादे के साथ पहली आधिकारिक बातचीत में शामिल हुए थे लेकिन उनके विवादों को दूर करने की दिशा में कोई प्रगति नहीं हुई।
समाचार पत्र 'द नेशन' ने लिखा है कि पाकिस्तान और भारत शांति प्रक्रिया में आई बाधा को दूर करने में असफल रहे हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।