उत्सव के खिलाफ एफआईआर से राठौड़ का इंकार
राठौड़ पर हुए हमले के मामले पर राज्य पुलिस जब मंगलवार को उनका बयान लेने पहुंची तो उन्होंने मना कर किसी भी प्रकार की एफआईआर के दर्ज करने से इंकार कर दिया। खास बात यह है कि इस घटना के बाद पुलिस ने उत्सव के खिलाफ गंभीर चोट पहुंचाने का मामला दर्ज कर चुकी है। यदि राठौड़ एफआईआर दर्ज कराते हैं, तो उत्सव पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज हो जाता।
अवसाद से पीडि़त उत्सव
उधर वाराणसी में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के प्रोफेसर एवं उत्सव के पिता एसके शर्मा ने कहा कि असामान्य परिस्थितियों ने ही उनके बेटे को हमला करने के लिए विवश किया होगा। हालांकि उन्होंने साफ किया कि उनके बेटे को किसी भी कीमत पर कानून हाथ में नहीं लेना चाहिए था।
प्रो. शर्मा ने कहा, "उत्सव अवसाद से पीड़ित था। पिछले छह महीने से उसका इलाज चल रहा था..मुझे पता नहीं कि उसका अवसाद कितना गंभीर था। जाहिर है असामान्य परिस्थितियों ने ही उसे ऐसा करने के लिए मजबूर किया होगा।"
अन्याय बर्दाश्त नहीं कर पाता उत्सव
शर्मा ने कहा, "वह अक्सर कहा करता था कि वह अन्याय बर्दाश्त नहीं कर पाता। अक्सर इस तरह के विषयों पर बात किया करता था। कल ही उनकी उससे बात हुई थी। उन्होंने कहा कि चाहे वह उनका बेटा या कोई हो, कानून किसी को हाथ में नहीं लेना चाहिए।"
उन्होंने कहा कि वह पूरी कोशिश करेंगे कि पूर्व पुलिस प्रमुख पर हमला करने के लिए स्वास्थ्य कारणों को देखते हुए उनके बेटे उत्सव को कठोर दंड न मिले। इसके लिए वह उत्सव के चिकित्सीय प्रमाण पत्र व अन्य दस्तावेजों के साथ उच्च अधिकारियों से मिलेंगे।