वेबसाइट आस्क मी डॉट इन पर रोक लगी
दिल्ली उच्च न्यायालय ने इंफोमीडिया 18 के खिलाफ कॉपीराइट उल्लंघन के अंतर्गत तत्काल एक्शन लिया। केस की अगली सुनवाई तक वेबसाइट आस्क मी डॉट इन पर रोक लगा दी गयी है। उच्च न्यायालय ने इंफोमीडिया 18 के खिलाफ अधिकारी भी नियुक्त किये हैं जो मीडिया समूह के मुंबई और दिल्ली स्थित कार्यालयों में जा कर कार्यालय का सारा सामान जब्त करेंगे। जस्ट डायल से संबंधित सीपीयू, फ्लॉपी, डिस्क आदि सभी सामान वेबसाइट आस्क मी डॉट इन के कार्यालयों से जब्त किया जाएगा।
जस्ट डायल का कहना है कि यह साइबर क्राइम का केस था और हय कंपनी की कानूनी सफलता है। जस्ट डायल के मुताबिक उस ने अपना डाटाबेस 14 साल के शोध और मेहनत से तैयार किया है और उसका यूं चोरी किया जाना एक बड़ा मसला था। उन्होने कहा कि ये साफ तौर पर कॉपीराइट कानून के उल्लंघन का केस था। शहर के प्रोडक्ट और सेवाओं से जुड़ी जानकारी दोनों कंपनियों के लिए जरूरी थीं क्योंकि दोनों का बिजनेस इसी जानकारी से संबंधित था। डाटा चोरी इन दिनों इंडियन ऑनलाइन इंडस्ट्री में कॉमन इंटीलेक्युअल संपत्ति का बड़ा मुद्दा है।
हाल ही में ऑनलाइन ट्रैवेल एजेंसी ट्रैवेलोसिटी इंडिया ने अमित तनेजा के खिलाफ एफआईआर की थी। अमित तनेजा देसिया एंड स्टुअर्ट क्रिग्टन के एमडी हैं। यह मसला भी डाटा चोरी से संबंधित था। जस्ट डायल एक तेजी से उभरता लोकल सर्च इंजन है। जबकि इंफोमीडिया 18 बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज दोनों में लिस्ट है। इंफोमीडिया 18 पर टीवी 18 इंडिया लिमिटेड का अप्रत्यक्ष स्वामित्व है।
लोकल सर्च स्पेस इस समय इंवेस्टमेंट का बड़ा फील्ड साबित हो रहा है। सुलेखा, आस्कलीला, गूगल, कॉल ईजी वगैरह कंपनियां इस फील्ड की बड़ी कंपनियां हैं। कड़े कंपटीशन के बाद भी जस्ट डायल इस फील्ड की नंबर वन कंपनी साबित हो रही है।