धरती जैसा दिखने वाला उपग्रह ज्वालामुखी पिंड
इस बंजर ज्वालामुखीय पिंड को कोरॉट-7बी नाम दिया गया है। इसे धरती से 480 प्रकाश वर्ष दूर एक ग्रह के इर्द-गिर्द चक्कर काटते देखा गया। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह एक तरह से पूरी तरह वर्जित खगोलीय क्षेत्र है, क्योंकि यहां ज्वालामुखी सक्रिय हैं। यहां जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती।
चूंकि यह अपने ग्रह के काफी करीब चक्कर लगा रहा है, इसलिए इसकी सतह का तापमान 2,200 सेल्सियस से अधिक होगा, जबकि इसके अंधेरे हिस्से का तापमान शून्य से 210 सेल्सियस नीचे होगा।
वाशिंगटन विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों का कहना है कि इस पिंड की परिधि पूरी तरह वृत्ताकार नहीं है, तो इसका मतलब यह है कि वहां ज्वालामुखीय सक्रियता जारी है। शोधकर्ता रोरी बर्नेस का कहना है कि इस पिंड पर एक साथ कई ज्वालामुखी सक्रिय हो सकते हैं। उनका कहना है कि इसकी ज्वालामुखीय सक्रियता की प्रमुख वजह सूर्य के काफी करीब होना है।