लाल चौक में कमांडो कार्रवाई की तैयारी
मौके पर डटे पुलिसकर्मियों के प्रयासों के चलते करीब 100 लोगों को होटल के बाहर निकाला जा चुका है। अभी कितने लोग होटल में फंसे हैं, यह अभी स्पष्ट नहीं है। हां पुलिस अधिकारियों ने यह जरूर कहा है कि आतंकियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने से पहले लोगों को सुरक्षित निकालने के हर संभव प्रयास करेंगे।
शहर के पर व्यस्त बाजार में बुधवार को दो फिदायीन आतंकवादियों ने ग्रेनेड दागे और गोलीबारी करते हुए एक होटल में घुस गए। देखते ही देखते पूरा इलाका युद्ध क्षेत्र में तब्दील हो गया। जिस समय यह हमला हुआ उस समय भारी संख्या में लोग बाजार में खरीददारी कर रहे थे। गोलीबारी शुरू होते ही लोगों में अफरा-तफरी मच गई। लोग इधर-उधर भागने लगे। फिलहाल सुरक्षा बलों ने होटल को चारों ओर से घेर रखा है। बीच-बीच में गोलीबारी की आवाजें आ रही हैं।
रात्रि में फ्लड लाइट्स लगाई गईं
कश्मीर पुलिस महानिरीक्षक फारुक अहमद ने कहा, "हमने इलाके से 100 लोगों को खाली करा लिया है।" इसके साथ ही आसपास की दुकानें, व्यापारिक प्रतिष्ठान और नजदीकी इमारतें खाली करवा ली गई हैं। अंधेरा हो जाने की वजह से सुरक्षा बलों पंजाब होटल के चारों ओर फ्लड लाइट का इंतजाम किया है। आतंकवादी इसी होटल में छुपे हुए हैं।
पुलिस अभी निश्चित नहीं है कि होटल के भीतर नागरिक हैं या नहीं। अंतिम कार्रवाई शुरू करने से पहले पुलिस यह सुनिश्चित कर लेना चाहती है। आतंकवादी होटल को बंकर की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं और रुक-रुक कर सुरक्षा बलों पर गोलीबारी कर रहे हैं। अर्धसैनिक बल के एक अधिकारी ने कहा कि अगर आतंकवादियों ने आत्मसमर्पण करने से इंकार किया तो कमांडो कार्रवाई की जाएगी।
जेयूएम ने ली जिम्मेदारी
पाकिस्तान समर्थक एक आतंकवादी संगठन जमीयत-उल-मुजाहिदीन (जेयूएम) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। खुद को जेयूएम का प्रवक्ता बताते हुए जमील अहमद नामक एक शख्स ने एक स्थानीय समाचार एजेंसी से संपर्क किया और हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि सुरक्षा बलों पर हमला जेयूएम के ही फिदायीन आतंकवादियों ने किया है।