युवक जो नाखून से बनाता है चित्र
राजधानी लखनऊ के पूर्वांचल नगर में रहने वाले 31 वर्षीय रजनीश शर्मा डोबरियाल अपने हाथ के अंगूठों के नाखूनों से कागज पर सहजता से देवी देवताओं, प्राकृतिक दृश्यों, अभिनेताओं और नेताओं के चित्रों के साथ-साथ चाचा चौधरी, साबू, नागराज, सुपर कमांडो ध्रुव, तौसी जैसे लोकप्रिय कार्टूनों के चित्र उकेरते हैं।
देवी देवताओं के चित्र पसंद
रजनीश वैसे तो लगभग हर चीज के चित्र बना सकता है लेकिन उसे देवी, देवताओं और ओम के विभिन्न रूपों के चित्र बनाना बहुत अच्छा लगता है। पिछले करीब 20 सालों से इसी तरह नाखूनों से चित्र बनाने वाले रजनीश ने पहली बार स्कूल में लगने वाली प्रदशर्नी के लिए अपने दोस्त के साथ मिलकर एक कलाकृति बनाई थी।
स्नातक तक शिक्षा प्राप्त रजनीश ने चित्रकला (आर्ट) के लिए कोई व्यावसायिक प्रशिक्षण नहीं लिया। वह अपनी इस अनूठी कला को नेत्रहीन बच्चों को सिखाना चाहता है, जिससे कि वह इस कला के जरिए आत्मनिर्भर बन सकें।
बिक्री के खिलाफ
रजनीश विभिन्न प्रदर्शनियों में अपनी चित्रों को प्रदर्शित तो करता है लेकिन वह इनकी बिक्री के सख्त खिलाफ है। रजनीश के मुताबिक अगर वह अपनी इस कला से धन कमाने लगेगा तो उसे लगता है कि कि वह इसे खो देगा।
रजनीश की दिलचस्पी हिंदी के साहित्यकारों के चित्र बनाने में भी है। खाली समय में वह प्रेमचंद, महादेवी वर्मा, जयशंकर प्रसाद, मैथिलीशरण गुप्त के चित्र बनाता है। उसके पास हिंदी के लगभग सभी साहित्यकारों के चित्रों का संग्रह है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।