प्रचंड और ज्ञानेंद्र में दोस्ती
फेसबुक पर ज्ञानेंद्र के नाम से पांच पृष्ठ हैं, जिन्हें अलग-अलग लोग चलाते हैं। वैसे इन पृष्टों के संचालकों के नाम का पता नहीं चला है। ज्ञानेंद्र के नाम पर जारी एक पृष्ठ पर दोस्तों की सूची में पूर्व प्रधानमंत्री प्रचंड का नाम भी शामिल है। वैसे इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है कि प्रचंड नाम का व्यक्ति असल में माओवादी नेता ही हैं या नहीं।
उल्लेखनीय है कि माओवादियों के कारण ही ज्ञानेंद्र को सत्ता से बेदखल होना पड़ा था और देश में राजशाही की समाप्ति हुई थी। भले ही ज्ञानेंद्र को माओवादियों के कारण महल छोड़ना पड़ा लेकिन फेसबुक पर उनके समर्थकों की कमी नहीं है। वहीं प्रचंड के नाम से भी फेसबुक पर खाता है, जहां प्रशंसकों की संख्या 1,900 से अधिक है।
नेपाल में जहां ये दोनों शख्स सबसे अधिक सुर्खियों में रहते हैं वहीं फेसबुक पर इनका जमकर मजाक भी उड़ाया जा रहा है। फेसबुक से जुड़े विभिन्न लोग इनकी तस्वीरों को लेकर अलग-अलग प्रयोग करते रहते हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।