संसद में फिर हंगामा, कार्यवाही स्थगित
लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने के साथ ही राष्ट्रीय लोक दल (रालोद), समाजवादी पार्टी (सपा), बीजू जनता दल और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य सदन की अध्यक्ष मीरा कुमार के आसन के सामने सरकार विरोधी नारे लगाने लगे। इसके बाद अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
सदन की कार्यवाही जब दोबारा शुरू हुई तब भी हंगामा नहीं थमा और अध्यक्ष ने कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया। शनिवार को सदन की कार्यवाही नहीं चलेगी।
भाजपा की ओर से युवा सांसद वरुण गांधी और रालोद की ओर से जयंत सिंह ने विपक्षी नेताओं का नेतृत्व किया। यद्यपि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और वाम दलों के सांसदों ने प्रदर्शन का समर्थन किया लेकिन वे उनके साथ खड़े नहीं हुए।
हंगामे के बीच अध्यक्ष ने मंत्रियों से बयान देने के लिए कहा लेकिन विपक्ष ने कार्यवाही नहीं चलने दी। सांसदों ने 'काला कानून वापस लो' के नारे लगाए। अध्यक्ष के बार-बार अनुरोध करने पर भी जब सदन में व्यवस्था कायम नहीं हुई तो लोकसभा अध्यक्ष ने कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी।
राज्यसभा में भी हंगामा
ऐसी ही स्थिति राज्यसभा की थी। कार्यवाही शुरू होते ही सपा के सदस्यों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। सदन में हंगामे के कारण सभापति हामिद अंसारी ने कार्यवाही पहले दोपहर 12 बजे तक फिर सोमवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
शुक्रवार को लोकसभा में निजी सदस्य विधेयक को पेश किया जाना था लेकिन ऐसा नहीं हो सका। केंद्र सरकार ने फेयर एंड रिम्युनेरेटिव प्राइस (एफआरपी) के तहत वर्ष 2009-10 के लिए गन्नों की कीमत 129.85 रुपये प्रति क्विंटल घोषित की है जबकि उत्तर प्रदेश में राज्य सलाहकार मूल्य (एसएपी) 165 से 170 रुपये प्रति क्विंटल है।
ऐसी स्थिति में जब राज्य सरकार एफआरपी से अधिक एसएपी घोषित करती है तो उसे अतिरिक्त मूल्य का भुगतान करना पड़ेगा, जिसके लिए वह बाध्य नहीं होगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।