मध्य प्रदेश में हर पांचवे रोज एक कैदी की मौत
राज्य में पिछले दस महीनों के दौरान विभिन्न जेलों में 66 कैदियों की अलग-अलग कारणों से मौत हो चुकी है। हिसाब लगाएं तो हर पांचवें दिन एक कैदी की मौत बैठती है। इस मामले में इंदौर और उज्जैन अव्वल हैं, जहां सात-सात कैदियों की मौत हुई है।
विधानसभा में कांग्रेस के उपनेता चौधरी राकेश सिंह द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में राज्य के गृह मंत्री उमा शंकर गुप्ता ने बताया कि जनवरी 2009 से 24 अक्टूबर के बीच कुल 66 कैदियों की मौत हुई है। इंदौर और उज्जैन के बाद जबलपुर में छह, ग्वालियर व सतना में पांच-पांच तथा भोपाल में चार कैदियों की मौत हुई है।
विधानसभा में दी गई जानकारी के मुताबिक देवास, शहडोल में तीन-तीन कैदी काल के गाल में समाए हैं। इसके अलावा नरसिंहपुर, बड़वानी, मंदसौर, खण्डवा और रीवा में दो-दो कैदियों की मौत हुई है। मण्डला, टीकमगढ़, रायसेन, नीमच, पन्ना, दमोह, झाबुआ, सीहोर, तथा कटनी में एक-एक कैदी की मौत हुई है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।