'पाकिस्तान पर फिक्की के सुझाव गैरजिम्मेदाराना'
राज्य की प्रमुख व्यापारिक संस्था, फेडरेशन चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज कश्मीर (एफसीआईके) ने कहा है कि फिक्की द्वारा पिछले सप्ताह जारी 'राष्ट्रीय सुरक्षा व आतंकवाद पर कार्य बल रिपोर्ट' भारत और पाकिस्तान के बीच अकल्पनीय भीषण आपदा और शत्रुता पैदा करने वाली है।
फिक्की की रिपोर्ट में इस बात का ब्योरा दिया गया है कि आतंकवाद और सेना को लेकर पाकिस्तान की नीतियां किस तरह से जिहादी विचार के साथ मेल खाती हैं, जो भारत की अर्थव्यवस्था और सुरक्षा के लिए लगातार खतरा बनी हुई हैं।
एफसीआईके के अध्यक्ष शकील कलंदर ने श्रीनगर में आईएएनएस को बताया, "फिक्की को देश की आर्थिक समृद्धि के लिए नीतियों की पहचान करने और नीतियां तैयार करने में समय लगाना चाहिए। लेकिन दुर्भाग्यवश यह संस्था राजनीतिक बयानबाजी में उलझ गई है और वह भी पड़ोसी देश के खिलाफ एक भीषण मानसिकता के साथ।"
पिछले सप्ताह जारी अपनी रिपोर्ट में फिक्की ने कहा था, "पाकिस्तान के सीमा पार आतंक का जवाब कठोर सैन्य व आर्थिक कार्रवाई के रूप में दी जानी चाहिए।" रिपोर्ट में इस बात पर खेद व्यक्त किया गया था कि इस संबंध में नई दिल्ली का जवाब अब तक 'प्रतिक्रियात्मक और रक्षात्मक' रहा है।
कलंदर ने कहा है कि ऐसे समय में जब दुनिया की अर्थव्यवस्थाएं व्यापार को बढ़ावा देकर शांति स्थापना की कोशिश कर रही हैं, फिक्की ऐसी नीतियों की वकालत कर रही है जो दोनों देशों के बीच युद्ध का रास्ता तैयार करेंगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।