आईओसी डिपो में भीषण आग, 10 मरे, 150 घायल
अधिकारियों ने बताया कि अधिकांश लोगों को कांच टूटने के कारण चोटें आई हैं। यद्यपि आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चला है, लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार एक टैंक से गैस रिसाव के कारण आग लगी।
जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया, "घटना करीब 7.15 बजे हुई और हमने तत्काल दमकल गाड़ियों और एंबुलेंसों को रवाना कर दिया।" उन्होंने बताया कि घायलों को सरकारी एसएमएस अस्पताल और समीप के गांधी अस्पताल में दाखिल कराया गया है। आग इतनी भयंकर है कि उसकी लपटें 15 किलोमीटर दूर से दिखाई दे रही हैं। आग लगने के समय समीप के लोगों ने भारी धमाका भी सुना।
जलने दें ईंधन और कोई विकल्प नहीं
डिपो में लगी आग की स्थिति का जायजा लेने पहुंचे पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा का कहना है कि डिपो में पूरे ईंधन को जलने देने के अलावा फिलहाल कोई दूसरा विकल्प नहीं है।
देवड़ा ने शुक्रवार सुबह संवाददाताओं से कहा, "देश में यह एक अप्रत्याशित घटना है। पूरे ईंधन को जलने देना होगा। इसके बाद ही विशेषज्ञ मौके पर पहुंच सकेंगे।" उन्होंने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से विचार-विमर्श करने के बाद वह खुद इस घटना की जांच का आदेश देंगे। उन्होंने कहा कि आग से हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।