भारत-चीन में विश्वास बढ़ाने पर सहमति
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि आसियान शिखर सम्मेलन और पूर्व एशिया शिखर सम्मेलन के आयोजन स्थल होटल दुसित थानी में दोनों नेताओं के बीच "अच्छी चर्चा" और "एक फलदायक मुलाकात" हुई।
जियाबाओ ने कहा, "हम भारत के साथ स्वस्थ और स्थायी संबंध चाहते हैं। मुझे आशा है कि इस अवसर का उपयोग हम सभी संबंधित मुद्दों पर वैचारिक आदान प्रदान के लिए कर सकते हैं।" इस बहुप्रतीक्षित मुलाकात का उद्देश्य दोनों देशों के बीच सीमा विवाद को लेकर पैदा तनाव को कम करना था। अधिकारियों ने बताया कि चर्चा में अरूणाचल प्रदेश और तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा का जिक्र नहीं हुआ।
खासे उत्साहित हैं मनमोहन
दोनों देश रणनीतिक और सहयोगात्मक साझेदारी बढ़ाने पर भी सहमत हो गए। मनमोहन सिंह ने कहा, "आपसे मिलकर मैं उत्साहित हूं।" सिंह ने चीन में कम्युनिस्ट शासन की स्थापना के 60 वर्ष पूरे होने के संदर्भ में कहा कि चीन के लोगों ने इस दौरान बहुत उपलब्धियां हासिल की हैं।
उन्होंने इस वर्ष जून में चीन के राष्ट्रपति हू जिन्ताओ के साथ रूस में हुई मुलाकात का भी जिक्र किया। इससे पहले चीन के प्रधानमंत्री ने एक पुराने मित्र की तरह सिंह का स्वागत किया और उनके साथ पहले हुई मुलाकातों का जिक्र किया।