अपहृत पुलिस अधिकारी घर लौटा
इस सप्ताह की शुरुआत में पश्चिम मिदनापुर के संकरैल थाने पर हमला करके नक्सलियों ने दत्ता को बंधक बना लिया था।
पुलिस कमांडो के साथ दत्ता तड़के करीब 2.15 बजे उत्तरी कोलकाता स्थित अपने एक निकट संबंधी के घर पहुंचे। वहां उनके माता-पिता, पत्नी और दूसरे रिश्तेदारों ने उनका स्वागत किया।
संकरैल के थाना प्रभारी दत्ता ने घर पहुंचते ही अपनी मां चंदा को गले लगाया। उन्होंने कहा, "अब मैं अगले कुछ दिन अपने परिवार और करीबियों के साथ बिताना चाहता हूं।"
चंदा ने कहा, "बयां नहीं कर सकती कि मैं कितना खुश हूं।" उनके आंखों से आंसू छलक रहे थे।
दत्ता की पत्नी इंद्राणी ने कहा, "दो दिनों के दौरान मैं यही चाहती थी कि वह जल्द घर लौट आएं। अब मैं खुद को भावुक महसूस कर रही हूं। मैं किशनजी (नक्सली नेता), प्रशासन, मीडिया और शुभकामनाएं भेजने वालों का आभार व्यक्त करती हूं।"
गौरतलब है कि गुरुवार दोपहर पश्चिम बंगाल की एक अदालत ने नक्सली गतिविधियों में कथित रूप से शामिल 14 जनजातीय महिलाओं को जमानत दे दी। इसके बाद ही नक्सलियों ने दत्ता को रिहा किया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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