छात्रों के लिए आदर्श नहीं रहे आज के नेता
नई दिल्ली, 23 अक्टूबर (आईएएनएस)। महात्मा गांधी और जवाहरलाल नेहरू आज भी छात्रों के हीरो हैं। मौजूदा दौर के नेताओं से वे कतई प्रभावित नहीं हैं और न ही उन्हें वे अपना आदर्श मानते हैं।
हाल ही में हुए एक सर्वेक्षण में यह बात सामने आई है। दरअसल, दिल्ली के स्कूलों के 500 छात्रों पर एक मनोवैज्ञानिकों के एक दल ने यह सर्वेक्षण किया है। इस सर्वेक्षण का लक्ष्य छात्रों के आदर्शो की समझ विकसित करना है।
सर्वेक्षण करने वाले मनोवैज्ञानिक समीर पारिख ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, "13 फीसदी छात्रों ने पूर्व के नेताओं और स्वतंत्रता सेनानियों को अपना आदर्श चुना जबकि इसके मुकाबले महज दो फीसदी छात्रों ने ही मौजूदा दौर के नेताओं को अपना आदर्श बताया।"
उन्होंने कहा, "सर्वेक्षण से स्पष्ट होता है कि हमारे पूर्व के नेताओं के प्रति हमारे आज के छात्रों में बेहद सम्मान है और छात्रों पर उनका प्रभाव भी है।"
अधिकांश छात्रों ने अपने अभिभावकों को आदर्श करार दिया। तीस फीसदी छात्रों ने कहा कि वे अपने अभिभावकों को अपने आदर्श के रूप में देखते हैं।
पारिख ने कहा, "हमें ऐसा लग सकता है कि हमारे बच्चे हमारी बात नहीं सुनते लेकिन यह हमारे बर्ताव और व्यवहार पर निर्भर करता है। हम अपने बच्चों से जैसी उम्मीद करते हैं, उसी के अनुरूप ही हमें उनके साथ व्यवहार करना चाहिए।"
अभिभावकों के बाद अपने शिक्षकों को छात्र अपना आदर्श मानते हैं। सर्वेक्षण में यह बात सामने आई कि 13 फीसदी छात्र अपने शिक्षकों को अपना आदर्श मानते हैं।
सात फीसदी छात्रों ने मीडिया और छह फीसदी ने खेल से जुड़ी हस्तियों को अपना आदर्श बताया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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