अमर सिंह ने आर्थिक घोटाले में लिप्त होने के आरोपों को खारिज किया (लीड-1)
अमर सिंह ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, "मेरे ऊपर किसी भी बैंक की देनदारी नहीं है। हमारे खिलाफ इस तरह के मामले दर्ज कराना मायावती की आदत है। हमें पता है कि इस तरह के हमलों से कैसे निपटना है।"
ज्ञात हो कि कानपुर पुलिस में एक स्थानीय व्यापारी शिवकांत त्रिपाठी की ओर से गुरुवार की शाम दर्ज कराई गई शिकायत में फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन और अमर सिंह पर काले धन को सफेद में बदलने संबंधी 500 करोड़ रुपये के एक घोटाले में लिप्त होने का आरोप लगाया गया है।
सिंह ने कहा है, "मैं अपनी ओर से और अमिताभ बच्चन की ओर से मायावती और उत्तर प्रदेश सरकार के खिलाफ मानहानि का एक मुकदमा दायर करूंगा। मायावती स्वयं कानून तोड़ने की आदी हैं। सर्वोच्च न्यायालय ने अपने आदेश में भी यह बात साफ कर दी है।"
उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक बृजलाल के अनुसार, "शिकायतकर्ता ने अमर सिंह पर आरोप लगाया है कि वह आधा दर्जन कंपनियों का संचालन करते हैं। काले धन को सफेद बनाने के मकसद से उन्होंने उनमें 43 कंपनियों का कथित रूप से विलय कर दिया है।"
बृजलाल ने कहा, "अमिताभ बच्चन लगभग इन सभी कंपनियों में प्रमुख शेयरधारक हैं, जबकि अमर सिंह की पत्नी पंकजा सिंह को उनमें साझेदार के रूप में दिखाया गया है।"
बृजलाल के मुताबिक, "इनमें से ज्यादातर कंपनियां कोलकाता में पंजीकृत हैं। इनमें ईस्टर्न इंडिया केमिकल्स प्राइवेट लिमिटेड, सर्वोत्तम प्राइवेट लिमिटेड, पंकजा आर्ट एंड क्रेडिट लिमिटेड, ईडीसीएल इंफ्रास्ट्रक्च र प्राइवेट लिमिटेड, ईडीसीएल पॉवर्स लिमिटेड और इनर्जी डेवलपमेंट कंपनी शामिल हैं।"
दोनों आरोपियों के खिलाफ मनी लांडरिंग (काले धन को सफेद करना) कानून और भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत मामले दर्ज किए गए हैं।
बृजलाल ने कहा, "धोखाधड़ी का एक मामला बाबूपुरवा पुलिस थाने में दर्ज कराया गया है और प्राथमिक जांच के बाद ही हम कथित धोखाधड़ी की वास्तविक गंभीरता के बारे में कोई सही टिप्पणी करने की स्थिति में होंगे।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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