हमें खुद के विमान की कोई आवश्यकता नहीं : एनएसजी प्रमुख (लीड-1)
औलख एनएसजी के 25वें स्थापना दिवस के मौके पर संवाददाताओं के साथ बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा, "फिलहाल मैं एनएसजी के लिए खुद के विमान की जरूरत महसूस नहीं करता। आपात स्थिति में हमें विमान मुहैया कराने के लिए गृह मंत्रालय अधिकृत है।"
पिछले वर्ष 26 नवंबर को मुंबई हमले के दौरान अपनी कार्रवाइयों को लेकर एनएसजी सुर्खियों में रहा है। उस हमले में पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकियों ने 170 लोगों को मार डाला था। एनएसजी कमांडो ने 60 घंटे से भी अधिक समय की कार्रवाई के दौरान नौ आतंकियों को मार गिराया था।
उस दौरान प्रशिक्षण केंद्र से एनएसजी के कमांडो, हथियारों और उपकरणों को मुंबई पहुंचाने में मूल्यवान समय नष्ट हो गया था। इस पूरी व्यवस्था को मुंबई पहुंचने में सात घंटे से अधिक समय लग गए थे, क्योंकि उपयुक्त विमान के लिए हवाई अड्डे पर इंतजार करना पड़ा था। इस घटना ने इस बहस को जन्म दे दिया था कि एनएसजी के पास अपना खुद का विमान होना चाहिए।
एक अन्य अधिकारी ने आईएएनएस से कहा कि एनएसजी के पास खुद का विमान होना अव्यावहारिक होगा।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "यह व्यावहारिक नहीं होगा। विमान के साथ तमाम सारी अन्य व्यवस्थाओं की भी आवश्यकता होगी। पायलट रखने होंगे और सैन्य इकाई की तरह एक पूरे संचालन तंत्र की भी आवश्यकता होगी। हमारे पास न तो इस तरह की क्षमता है और न ही विशेषज्ञता।"
अधिकारी ने कहा, "इन सब कारणों से यह तय किया गया है कि हमें विमान की फिलहाल आवश्यकता नहीं है। भविष्य में यदि हमें महसूस होगा कि हमारे पास खुद का विमान होने चाहिए तो हम इसके लिए गृह मंत्रालय को प्रस्ताव देंगे। आपातस्थिति में यह प्रावधान किया गया है कि हमें आधा घंटे के भीतर कोई विमान मिल जाना चाहिए।"
समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित चिदम्बरम ने कहा, "हमने एनएसजी को नागरिक विमानों के इस्तेमाल के लिए अधिकृत कर दिया है। एनएसजी को जल्द ही उच्च तकनीक वाले नए अत्याधुनिक हथियारों से लैस किया जाएगा। यह प्रक्रिया अपने अंतिम दौर में है।"
चिदम्बरम ने कहा, "26/11 की घटना के बाद एनएसजी की भूमिका एक बार फिर से परिभाषित हुई है। हमने मुंबई, चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता व चेन्नई में एनएसजी के चार नए केंद्र स्थापित किए हैं। इन सभी केंद्रों पर अलग-अलग 240 कमांडो मौजूद रहेंगे।"
एनएसजी की भूमिका की सराहना करते हुए चिदंबरम ने कहा, "आतंकवाद के खतरे से निपटने के लिए देश को समृद्ध और कुशल प्रशिक्षित एनएसजी की आवश्यकता है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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