विदेश दौरे कम करें सतर्कता अधिकारी : सीवीसी
नई दिल्ली, 19 सितम्बर (आईएएनएस)। केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) ने अक्सर विदेश दौरों पर जाने वाले अधिकारियों को आड़े हाथों लेते उनसे विदेश में लिए उन प्रशिक्षण कार्यक्रमों की उपयोगिता बताने को कहा है जिसमें उन्होंने हिस्सा लिया।
सीवीसी ने अपने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे विदेश के दौरे कम करे और भविष्य में सिर्फ प्रासंगिक प्रशिक्षण कार्यक्रमों में ही शामिल हों।
सीवीसी ने अपने अधिकारियों को भेजे पत्र में कहा है,"मुख्य सतर्कता अधिकारियों के कुछ विदेशी दौरों के मामले में देखा गया है कि इन दौरों का मकसद न तो प्रासंगिक है और न अधिकारियों के काम से जुड़ा हुआ है।"
केंद्रीय सतर्कता आयोग का यह पत्र ऐसे समय में आया है जब केंद्र सरकार ने अपने मंत्रियों, सांसदों, और पार्टी नेताओं से अपने आचरण में सादगी दिखाते हुए सरकारी खर्च कम करने को कहा है।
पत्र में कहा गया है, "आयोग ने इन मामलों को गंभीरता से लिया है और जोर देकर कहा है कि मुख्य सतर्कता अधिकारियों की आधिकारिक विदेशी यात्राओं के पहले आयोग की मंजूरी ली जानी चाहिए।"
2005 में आयोग ने स्पष्ट किया था कि भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए ऐसे कोर्स विदेशों से करने की जरूरत नहीं है जो भारत में उपलब्ध हैं। ऐसे कोर्स अधिकारियों के काम के लिए प्रासंगिक होने चाहिए।
पत्र में कहा गया है, "अधिकारियों को आयोग से मंजूरी मांगते हुए दौरे का मकसद/ प्रशिक्षण कार्यक्रम का ब्योरा और सतर्कता के काम में प्रशिक्षण कार्यक्रम की प्रासंगिकता और संबंधित ब्योरों का जिक्र किया जाना चाहिए।"
आयोग ने कहा है कि विदेशी दौरे से वापस आने के बाद मुख्य सतर्कता अधिकारियों को मासिक रिपोर्ट के साथ प्रशिक्षण कार्यक्रम और उसकी उपयोगिता पर रिपोर्ट जमा करनी चाहिए।
इंडो-एशियन सर्विस।