लालू की झारखण्ड में कांग्रेस के साथ चुनाव लड़ने की इच्छा (लीड-1)
पटना में पत्रकारों से चर्चा करते हुए लालू ने यह भी कहा कि इस मुद्दे पर अभी कुछ भी तय नहीं हुआ है।
रेल मंत्री ममता बनर्जी द्वारा उनके कार्यकाल के दौरान हुई नियुक्तियों की जांच कराने के मुद्दे पर लालू ने कहा कि यह सब बेकार की बात है वे इस मुद्दे पर कुछ नहीं बोलेंगे।
लालू ने नीतीश कुमार के उस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की जिसमें उन्होंने विधानसभा उपचुनाव में ऊंची जातियों के वोट नहीं मिलने की बात कही थी। उन्होंने कहा कि ऊंची जाति के लोग क्या नीतीश के बनिहार (मजदूर) हैं।
उन्होंने माना कि पिछले समय जब राजद सत्ता में थी तो कुछ गलतियां हुइर्ं थीं। लोगों को इसे भूल कर राजद के साथ हो जाना चाहिए। पूर्व रेल मंत्री ने कहा कि राजद के लिए सभी जाति के लोग समान हैं।
इस महीने विधानसभा की 18 सीटों पर हुए उपचुनाव को सेमीफाइनल बताते हुए उन्होंने कहा कि अगले वर्ष होने वाला विधानसभा चुनाव फाइनल होगा, तब तक वे जर्सी नहीं खोलेंगे।
इससे पहले पिछली सरकार के दौरान रेल मंत्रालय में कथित अवैध नियुक्तियों की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की अटकलों के बीच राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की।
अपने करीबी लोगों और पूर्व मंत्री प्रेमचंद गुप्ता के साथ लालू ने गांधी से करीब 30 मिनट तक बातचीत की।
बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में गुप्ता ने संभावित सीबीआई जांच की बात को दबाते हुए कहा कि मुलाकात के दौरान यह मुद्दा नहीं उठा।
मीडिया में आई रिपोर्ट में सीबीआई सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि एजेंसी को रेल मंत्रालय से जांच के लिए सिफारिश का पत्र प्राप्त हुआ है। रेलवे के अधिकारियों ने भी कहा कि मंत्रालय ने कथित नौकरी घोटाले में सीबीआई जांच की सिफारिश की है।
गुप्ता ने कहा कि झारखण्ड में संभावित धर्मनिरपेक्ष गठबंधन के बारे में उनकी गांधी से बातचीत हुई। राज्य में अगले वर्ष के शुरू में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।