झामुमो अकेले लड़ सकती है विधानसभा चुनाव : सोरेन
सोरेन ने पत्रकारों से कहा, "पार्टी कार्यकर्ता राज्य में अकेले चुनाव लड़ने के पक्ष में हैं। हम सभी विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े करेंगे।"
सोरेन के विधानसभा उप-चुनाव हारने और 19 जनवरी से मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद से झारखण्ड में राष्ट्रपति शासन लागू है।
अप्रैल-मई में हुए लोकसभा चुनावों में झामुमो ने कांग्रेस के साथ सीटों का बंटवारा किया था।
उन्होंने कहा, "ऐसा लगता है कि संप्रग गठबंधन झारखण्ड में कुछ समय तक मूक दर्शक बनी रहेगी। इस दौरान सारी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।"
झामुमो ने कांग्रेस पर राज्य में उसे दरकिनार करने का आरोप लगाया है। सांसद होने के बावजूद मई में दूसरी बार गठित संप्रग सरकार के मंत्रिमंडल में सोरेन को शामिल नहीं किया गया था।
सोरेन ने कहा, "सरकार के गठन के लिए राज्य विधानसभा का तुरंत विघटन कर चुनाव कराए जाने चाहिए।"
संसद ने जुलाई में राज्य में राष्ट्रपति शासन की अवधि अगले साल 19 जनवरी तक के लिए बढ़ा दी थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।