लाइबेरिया में भारतीय महिला पुलिसकर्मियों से मिले थरूर
पिछले 38 वर्षो में लाइबेरिया का दौरा करने वाले पहले भारतीय मंत्री थरूर 20 लाख डॉलर के अनुदान सहित कर्जो, और विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों की सौगात भी ले गए।
लाइबेरिया में संयुक्त राष्ट्र मिशन (यूएनएमआईएल) के हिस्से के रूप में भारत ने कानून व्यवस्था कायम करने के लिए 125 महिला पुलिसकर्मियों को वहां भेजा है।
थरूर ने ट्विटर पर लिखा, "एक ऐसे युद्ध जिसमें कई महिलाओं को परेशानी झेलनी पड़ी, के बाद एक महिला पुलिस टुकड़ी ने दिखाया कि महिलाएं केवल पीड़ित ही नहीं वरन ताकत और सुरक्षा की स्रोत हैं।"
थरूर ब्रसेल्स होते हुए करीब 24 घंटे की यात्रा के बाद लाइबेरिया पहुंचे। अपनी अलंकारिक शैली के अनुरूप थरूर ने अफ्रीकी देशों की पहली निर्वाचित महिला राष्ट्रपति एलेन जानसन सिरलीफ से अपनी मुलाकात को 'भयानक' बताया।
एक व्यापार दल भी मंत्री के साथ था। थरूर ने क्षमता निर्माण, प्रशिक्षण, व्यापार, निवेश और आईटी में लाइबेरिया को सहयोग का प्रस्ताव दिया।
दौरे के अंत पर जारी एक संयुक्त बयान में कहा गया कि भारत ने रियायती शर्तो पर कर्ज के साथ ही शिक्षा और स्वास्थ्य परियोजनाओं के लिए 20 लाख डॉलर का अनुदान लाइबेरियाा को दिया है।
भारत ने मोनरोविया परिवहन प्राधिकरण को 25 बसें और दो कंप्यूटर शिक्षा केंद्र भी दान किए। दोनों कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र एक विशेष शिक्षा परियोजना को सौंपे गए, जहां प्रौद्योगिकी तक पहुंचने में विफल बच्चे कंप्यूटर का प्रयोग सीख रहे हैं।
लाइबेरिया ने लघु क्षेत्रों, खनन और कृषि क्षेत्र में भारतीय निवेश का स्वागत किया।
लाइबेरिया ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एशिया समूह से अस्थाई सदस्यता की 2011-12 सत्र की भारतीय दावेदारी का समर्थन करने की घोषणा की है, जिसका चुनाव अक्टूबर 2010 में होने वाला है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।