इसरो जीसेट 4 प्रक्षेपित करने की तैयारी में
वेंकटाचारी जगन्नाथन
चेन्नई , 19 सितम्बर (आईएएनएस)। जहां भारतीय समुद्री निगरानी उपग्रह ओशनसेट 2 और अन्य छह छोटे उपग्रहों के 23 सितम्बर को प्रक्षेपण की तैयारियां जारी हैं,वहीं भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) अगले दो महीनों में संचार उपग्रह जी-सेट 4 के प्रक्षेपण की भी तैयारी कर रहा है।
सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के सहायक निदेशक एम.वाई.एस.प्रसाद ने इसरो के प्रक्षेपण स्थल आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से आईएएनएस को फोन पर बताया कि भूसमकालिक उपग्रह प्रक्षेपण यान (जीएसएलवी) के माध्यम से संचार उपग्रह जीसेट 4 के प्रक्षेपण की तैयारियां चल रही हैं। रॉकेट को जोड़ने की प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है।
चार चरणों वाले रॉकेट में पहले चरण की मोटरों को जोड़ा जा चुका है और दूसरे चरण का काम जारी है।
उन्होंने कहा कि तीसरे क्रायोजेनिक चरण का कार्य इसरो की तिरूवनंतपुरम इकाई में पूरा किया जाएगा।
इसरो के जनसंपर्क और प्रकाशन विभाग के निदेशक एस.सतीश ने आईएएनएस को बताया कि इस बार जीएसएलवी में स्वदेश में बने क्रायोजेनिक इंजन का उपयोग किया जाएगा। इससे देश बड़े रॉकेट बनाने के क्षेत्र में पूरी तरह से आत्मनिर्भर हो जाएगा।
इससे पहले के जीएसएलवी के सभी पांच अभियानों में रूस निर्मित क्रायोजेनिक इंजनों का उपयोग किया गया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।