दुनिया का सबसे बड़ा तबला प्रस्तुति के लिए तैयार
मिश्रा द्वारा निर्मित इस अनोखे तबले का वजन 30 किलोग्राम से अधिक है और लंबाई 35 इंच है। आमतौर पर तबले की लंबाई 10 से 11 इंच ही होती है।
विश्व के सबसे बड़े अपने इस तबले के साथ मिश्रा बहुत जल्द मंच पर प्रस्तुति देने वाले हैं। पिछले 40 सालों से तबला वादन कर रहे मिश्रा ने वाराणसी में संवाददाताओं को बताया कि सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो महीने भर के अंदर वाराणसी या लखनऊ में वह अपने अनोखे तबले से पहली बार मंच पर प्रस्तुति देंगे। यह प्रस्तुति शारीरिक रूप से विकलांग बच्चों को समर्पित होगी।
पूछे जाने पर कि दुनिया का सबसे बड़ा तबला बनाने की प्रेरणा उन्हें कहां से मिली तो जवाब में वह कहते हैं कि मेरी संगीत में नित नए प्रयोग की चाह ने इस तबले को इजाद करवाया। पिछले दो सालों से वह लगातार प्रयासरत थे।
मिश्रा के मुताबिक उनके द्वारा बनाए गए इस एक तबले से निकले सुरों की ध्वनि बहुत दूर तक जाती है और इससे वह शास्त्रीय संगीत के साथ-साथ, फ्यूजन और आध्यात्मिक जैसे सभी अलग-अलग प्रकार के संगीत के सुर निकालते हैं।
मिश्रा देश के साथ-साथ विदेशों में भी कई प्रस्तुतियां दे चुके हैं। पेरू और जर्मनी के कई म्युजिक बैंड्स ने उनके द्वारा इजाद किए गए अनोखे तबले को बहुत सराहा है। मिश्रा के अनुसार पेरू के एक म्यूजिक बैंड ने उन्हें न्योता दिया है कि वह अपने निराले तबले द्वारा वहां पहली मंच प्रस्तुति दें।
उम्र के 50 बसंत देख चुके मिश्रा नौ साल की उम्र से तबला बजा रहे हैं और वह वाराणसी के एक संगीत घराने से ताल्लुक रखते हैं। मिश्रा वाराणसी में पिछले 20 सालों से अपनी मां के नाम पर शारदा संगीत भवन नामक एक संगीत संस्थान चला रहे हैं। यहां पर वह उन गरीब बच्चों को संगीत का प्रशिक्षण देते हैं, जो लगन के साथ संगीत में अपना मुकाम बनाना चाहते हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।