नई नहीं है रेलगाड़ियों को निशाना बनाने की घटना
पटना, 19 अगस्त (आईएएनएस)। बिहार में रेलवे स्टेशनों पर उत्पात और ट्रेन में आगजनी कोई नई बात नहीं है। पिछले 10 महीनों का ही रिकार्ड देखें तो ऐसा कई बार हो चुका है। इस कड़ी में मंगलवार को लखीसराय स्टेशन पर मचा उत्पात और बिहटा स्टेशन पर श्रमजीवी एक्सप्रेस में आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं भी जुड़ गई हैं। उधर, पुलिस ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की बात कर रही है।
रेलवे प्रशासन में दर्ज आंकड़ों के अनुसार इसी वर्ष एक जून को खुसरूपुर रेलवे स्टेशन पर दानापुर से सहरसा जा रही इंटरसिटी एक्सप्रेस तथा एक पैसेंजर ट्रेन में आग लगा दी गई थी। उसी दिन दिल्ली से राजगीर जा रही श्रमजीवी एक्सप्रेस में भी जमकर तोड़फोड़ की गई थी।
इसी वर्ष रेल मंत्री ममता बनर्जी द्वारा रेलवे भर्ती में स्थानीय लोगों को 50 प्रतिशत आरक्षण की बात कहे जाने से नाराज छात्रों ने बाढ़ रेलवे स्टेशन पर खड़ी एक पैसेंजर ट्रेन को आग लगा दी थी। इस घटना के अगले दिन अथमलगोला रेलवे स्टेशन पर भी छात्रों ने कोसी एक्सप्रेस में आगजनी की कोशिश की।
पिछले वर्ष मुंबई में उत्तर भारतीयों की कथित पिटाई तथा राहुल राज नाम के युवक की पुलिस के साथ कथित मुठभेड़ में मौत के बाद कई दिनों तक छात्रों ने रेलवे को निशाना बनाया था। 26 अक्टूबर 2008 को बाढ़ रेलवे स्टेशन पर खड़ी साउथ बिहार ट्रेन में छात्रों ने आग लगा दी। इस घटना में ट्रेन की दो वातानुकूलित बोगियां जलकर राख हो गई थीं। इससे तीन दिन पूर्व 23 अक्टूबर को कथित परीक्षार्थियों ने सोनपुर मंडल के बापूधाम मोतिहारी स्टेशन पर जमकर उत्पात मचाया था।
इसी तरह 21 अक्टूबर को मुंबई से परीक्षा देकर लौटे छात्रों ने पटना जंक्शन पर जमकर तोड़फोड़ की थी। जंक्शन से गुजरने वाली ट्रेनों में पटना-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस समेत चार दर्जन से ज्यादा ट्रेनों को रद्द करना पड़ा था।
इधर, किसी भी मुद्दे पर छात्रों के द्वारा रेल संपत्ति को निशाना बनाने पर पुलिस भी अब कड़े कदम उठाने की बात कह रही है। राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक नीलमणि ने कहा कि छात्रों द्वारा बिहटा में दिल्ली से पटना आ रही श्रमजीवी एक्सप्रेस में आगजनी और तोड़फोड़ की घटना में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जायेगा। उन्होंने बताया कि घटना की वीडियो क्लिपिंग के जरिये उपद्रवियों की पहचान की जाएगी तथा आरोपपत्र दायर कर उनकी त्वरित न्यायालय में सुनवाई कराई जाएगी।
एक अन्य अधिकारी के अनुसार रेल संपत्ति तथा यात्रियों की सुरक्षित यात्रा के लिए नियंत्रण कक्ष बनाने का निर्णय लिया गया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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