इंद्र देव नाखुश तो और बढ़ेगी महंगाई
आरबीआई के डिप्टी गवर्नर केसी चक्रवर्ती ने एक सम्मेलन के दौरान पत्रकारों से चर्चा में कहा, “अनियमित मानसून से मुद्रास्फीति पर दबाव पड़ सकता है और इससे आवश्यक वस्तुओं की कीमतें और बढ़ सकती हैं।" उन्होंने कहा कि किसानों के ऋणों के पुनर्निधारण का अभी कोई प्रस्ताव नहीं है। अगले साल इसे किया जा सकता है।
30 फीसदी से कम बारिश चिंताजनक
इससे पहले योजना आयोग के अध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने कहा कि देश में अनाज का पर्याप्त भंडार है ताकि मुद्रास्फीति के दबाव को झेला जा सके। कृषि मंत्रालय के मुताबिक एक जून और 12 अगस्त के बीच 29 फीसदी कम बारिश हुई। सरकार की ओर से अब तक देश के कुल 626 जिलों में 177 को सूखा प्रभावित घोषित किया जा चुका है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें