बच्ची बनी स्वाइन फ्लू का 10वां शिकार
जरूरत पड़ी तो इंपोर्ट करेंगे वैक्सीन
मामले को गंभीरता से लेते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि स्वाइन फ्लू का टीका किसी देश में विकसित हुआ तो उसे वहां से मंगाया जाएगा। आजाद ने बताया, "तीन भारतीय कंपनियां स्वाइन फ्लू का टीका विकसित करने के लिए काम कर रही हैं। यदि किसी देश ने पहले टीका विकसित कर लिया तो हम उसे अपने चिकित्सकों, अर्ध चिकित्सा कर्मियों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के लिए मंगाएंगे, क्योंकि इन लोगों को फ्लू रोगियों के बराबर संपर्क में रहना है।"
देश में भारतीय सीरम संस्थान, भारत बायोटेक और पैनेसिया बायोटेक जैसी तीन कंपनियां टीका विकसित करने में जुटी हुई हैं। आजाद ने कहा, "इनमें से एक कंपनी ने टीके का जानवरों पर परीक्षण शुरू कर दिया है। टीके का जल्द उत्पादन सुनिश्चित कराने के लिए हमने तय किया है कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद इन तीनों कंपनियों द्वारा तैयार किए जाने वाले टीकों का जानवरों पर होने वाले परीक्षणों की देख रेख करेगा।"
अधिकारियों की बैठक होगी
आजाद ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारियों की एक बैठक बुलाई है। बैठक में अधिकारियों को स्वाइन फ्लू से निपटने के तौर तरीके बताए जाएंगे और फिर उन्हें राज्यों में भेजा जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री विभिन्न मंत्रालयों के लगभग 35 संयुक्त सचिवों और अतिरिक्त सचिवों के साथ बैठक करेंगे और उन्हें स्वाइन फ्लू के बारे में बताएंगे।
अधिकारी के मुताबिक स्वास्थ्य मंत्री से चर्चा के बाद ये अधिकारी विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों से मिलने जाएंगे और स्वाइन फ्लू के बारे में राज्यों की मौजूदा स्थिति का जायजा लेने के बाद इस बारे में उनसे चर्चा करेंगे। इस बारे में राज्यों को पत्र भेजने के बाद भी कोई खास असर नहीं होता देख आजाद ने बैठक बुलाने का फैसला लिया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।