देश में स्वाइन फ्लू से नौवीं मौत, मलेशियाई बैंडमिंटन कोच अस्पताल में भर्ती (लीड-1)
इसके अलावा जम्मू में भी मंगलवार को ही स्वाइन फ्लू का पहला मामला सामने आया जबकि बेंगलुरु में इस बीमारी के संक्रमण की आशंका को देखते हुए एक अन्य स्कूल बंद कर दिया गया। इससे पहले वहां के तीन स्कूल बंद किए जा चुके हैं।
इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद भारतीय प्रशासनिक सेवा के उन वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करने वाले हैं जिन्हें विभिन्न राज्यों का दौरा कर इस बीमारी से निपटने के उपायों के बारे में सहयोग देने का दायित्व सौंपा गया है।
ठाणे की अतिरिक्त निगमायुक्त मनीषा माहिस्कर ने 63 वर्षीया शाहिदा वारसी का दोपहर को एक निजी अस्पताल में निधन हो जाने की जानकारी दी है।
उधर, विश्व बैडमिंटन प्रतियोगिता पर भी अब स्वाइन फ्लू की छाया मंडराने लगी है। मलेशियाई युगल टीम के कोच जर्मी जेन को स्वाइन फ्लू के लक्षणों के बाद आंध्र प्रदेश चेस्ट हॉस्पिटल में अलग वार्ड में रखा गया है और उनके नमूने जांच के लिए भिजवा दिए गए हैं।
आयोजन समिति के निदेशक और भारतीय टीम के कोच पुलेला गोपीचंद ने आईएएनएस को बताया, "मलेशियाई कोच ने कल शाम गले में दर्द की शिकायत की थी। उनके नमूने जांच के लिए भिजवा दिए गए हैं। हम कोई जोखिम नहीं लेना चाहते। हम हर तरह की ऐहतियात बरत रहे हैं।" राज्य में कोई जांच केंद्र नहीं होने की वजह से उनके नमूने दिल्ली के राष्ट्रीय संचारी रोग संस्थान भिजवाए गए हैं। जांच रिपोर्ट बुधवार तक मिलने की उम्मीद है।
सिंगापुर के एक खिलाड़ी को भी अस्वस्थता की वजह से सोमवार शाम अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि उनमें स्वाइन फ्लू के लक्षण नहीं हैं।
आंध्र प्रदेश में अब तक स्वाइन फ्लू के 76 मामले सामने आए हैं। आयोजन स्थल पर तैनात कुछ पुलिसकर्मियों को सोमवार रात मास्क पहने देखा गया।
जम्मू एवं कश्मीर में भी स्वाइन फ्लू का पहला मामला सामने आया है। राज्य में स्वाइन फ्लू की पहली मरीज पुणे में पढ़ने वाली एक छात्रा है जो इन दिनों गर्मियों की छुट्टियां बिताने घर आई हुई थी। एक अन्य व्यक्ति की जांच रिपोर्ट नकारात्मक आई है जबकि चार अन्य की जांच के नतीजे आना अभी बाकी है।
जम्मू के स्वास्थ्य सेवा निदेशक जसबीर सिंह ने बताया, "पुणे में पढ़ने वाली तथा जम्मू के नानक नगर रहने वाली आकांक्षी के स्वाइन फ्लू से पीड़ित पाए जाने के बाद उसे आज एक सरकारी अस्पताल में भर्ती करा दिया गया।"
एक सरकारी अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक ने आईएएनएस को बताया, "हम उसके इलाज का प्रबंध कर रहे हैं। हमारे पास दवाइयां और किट उपलब्ध नहीं होने के कारण हमने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से इनकी आपूर्ति करने को कहा है।"
इस बीच मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि चिंता की कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य किसी भी आपात स्थिति से निपटने को तत्पर रहेगा।
चंडीगढ़ से मिली जानकारी के अनुसार, प्रशासन ने स्वाइन फ्लू से निपटने के लिए निजी अस्पतालों की सेवाएं लेने और सभी प्रमुख अस्पतालों में इसकी जांच की सुविधाएं विकसित करने का फैसला किया है।
देश में स्वाइन फ्लू के बढ़ते मामलों के मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने पिछले सप्ताह उत्सवों, खेलों, धार्मिक और राजनीतिक आयोजनों को हतोत्साहित करने और यदि संभव हो तो रद्द करने की सलाह दी थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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