उत्तर प्रदेश में बारिश की संभावना कम
लखनऊ स्थित मौसम विभाग के निदेशक जे.पी.गुप्ता ने सोमवार को आईएएनएस को बताया कि इस वक्त पूरे राज्य से 'मानसून ट्रफ लाइन' (कम दबाव का क्षेत्र) गुजर रही है लेकिन ये क्षीण हो गई है, जिससे वर्षा कराने वाले कारक भी कमजोर हो गए हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले दिनों में राज्य में बदली तो छाई रहेगी पर बरसात की संभावनाएं न के बराबर रहेंगी। ऐसी स्थितियां अगले एक सप्ताह तक कायम रहेंगी। मौसम विभाग की यह भविष्यवाणी उत्तर प्रदेश के लिए चिंता का विषय बन गई है, जहां अभी तक सामान्य से 57 फीसदी कम बरसात ही हुई है।
उत्तर प्रदेश में मानसून अमूमन 15 जून से 30 सितंबर तक सक्रिय रहता है। अपना आधा सफर तय करने के बाद अभी तक मानसून राज्य में 195 मिलीमीटर वर्षा ला पाया है, जो सामान्य से 57 फीसदी कम है। जहां पूर्वी उत्तर प्रदेश में अभी तक सामान्य से 484 मिलीमीटर से 53 फीसदी कम 243.5 मिलीमीटर ही बरसात हुई है, वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तो हालात बद से बदतर हैं। यहां सामान्य 403.6 मिलीमीटर से 65 फीसदी कम 139.6 मिलीमीटर बरसात ही हुई है। प्रदेश में अभी तक कोई ऐसा जिला नहीं रहा जहां सामान्य से अधिक बरसात हुई हो। राज्य सरकार 71 जिलों में से 58 को सूखा घोषित कर चुकी है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।