त्रिपुरा में 9 और अलगाववादियों ने किया आत्मसमर्पण
एक सप्ताह पहले ही प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन ऑल त्रिपुरा टाइगर फोर्स (एटीटीई) के 17 खतरनाक आतंकवादियों ने आत्मसर्मपण किया था। बंग्लादेश में इन आतंकवादियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है।
पुलिस प्रवक्ता नेपाल दास ने कहा, "बंग्लादेश में प्रशिक्षित एटीटीएफ के मुखिया बुधा देबबर्मा के नेतृत्व में आतंकवादियों ने रविवार को ही बीएसएफ और असम राइफल्स के अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।"
आत्मसमर्पण करने वाले आतंकवादियों में चार महिलाएं भी शामिल हैं। आतंकवादी उत्तर-पूर्वी बंग्लादेश के सिलहट जिले के सतचारी के कैम्प से आए थे। यह इलाका पश्चिमी त्रिपुरा से सटा हुआ है।
आतंकवादियों के पास से एके 47 राइफल्स, एक मोर्टार और विदेशी हथियार बरामद किया गया।
गौरतलब है कि बंग्लादेश के अलग-अलग हिस्सों में कई आतंकवादी संगठनों के 100 से अधिक कैम्प चल रहे हैं। इनमें से कई संगठन सिलहट और चटगांव हिल्स ट्रैक्ट्स में हैं जो भारतीय राज्यों त्रिपुरा, मिजोरम और मेघालय की सीमा से काफी करीब हैं।
बीते एक साल के दौरान नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा और एटीटीएफ के करीब 200 आतंकवादियों ने आत्मसमर्पण किया है। इनमें से कई पर 2,50,000 रुपये का इनाम था। इंटरपोल ने भी इनकी गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी किया था।
एटीटीएफ और एनएलएफटी मूल जनजातियों के लिए त्रिपुरा को अलग राष्ट्र बनाने की मांग कर रहे हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।