उप्र में स्वाइन फ्लू के मद्देनजर ऐहतियात
लखनऊ, 10 अगस्त(आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश में स्वाइल फ्लू का एक मामला सामने आने के बाद सरकार ने राज्य के सभी जिलाधिकारियों से इस बीमारी को नियंत्रित करने को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देश दिए हैं।
राज्य के कैबिनेट सचिव शशांक शेखर सिंह ने स्वाइन फ्लू को नियंत्रित करने के लिए सूबे के सभी 71 जिलों के जिलाधिकारियों को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देश दिये हैं।
शहरों में लोग स्वाइन फ्लू के संक्रमण के मद्देनजर मास्क का प्रयोग कर रहे हैं। लखनऊ के एक मेडिकल स्टोर के मालिक हरीश अग्रवाल ने कहा जब से मीडिया में यह प्रचारित हुआ कि मास्क से स्वाइन फ्लू के संक्रमण से बचा जा सकता है तब से मास्क की बिक्री बढ़ गई है।
राज्य के मुख्य सचिव(स्वास्थ्य) प्रदीप शुक्ला ने बताया कि सभी चिकित्सकों को तैयार रहने के लिए कहा गया है और सभी अस्पतालों को पर्याप्त दवाइयां मुहैया कराई जा रही हैं।
लखनऊ स्थित संजय गांधी स्नाकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान(एसजीपीजीआईएमएस) माइक्रोबायॉलोजी विभाग में स्वाइन फ्लू की जांच की व्यवस्था है। माइक्रोबायॉलोजी विभाग द्वारा 26 संदिग्ध लोगों के रक्त नमूने लिये गये, जिनमें से केवल पांच साल के एक बच्चे में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है, जो पिछले हफ्ते लंदन से लौटा था।
इसके अलावा नोएडा में दो संदिग्धों में भी स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है, जिनका फिलहाल नई दिल्ली के अस्पतालों में उपचार किया जा रहा है।
एसजीपीजीआईएमएस के माइक्रोबायॉलोजी विभाग के प्रमुख एस. ढोले ने आईएएनएस को बताया कि हालांकि अभी तक स्वाइन फ्लू के केवल एक ही मामले की पुष्टि हुई है लेकिन इसके फैलने की आशंका से इंकार नहीं से इंकार नहीं कर सकते।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।