अपने बयान से पलटा कसाब
मामले की सुनवाई कर रहे स्पेशल जज एम. एल. टहलियानी ने कसाब से पूछा कि सुबह के सत्र में वह अदालत में क्यों दोष स्वीकार करना चाहता था तब उनसे जवाब दिया यूं ही। अदालत ने जब उससे पूछा कि उसे किसी ने दोष स्वीकार करने के लिए दबाव डाला है तो कसाब ने कहा कि किसी ने दबाव नहीं डाला।
गौरतलब है कि इसके ठीक पहले वाली पेशी पर कसाब ने जज के सामने अपने सारे गुनाह कबूल कर कहा था कि अब जल्द से जल्द उसे सजा दे दी जाए। इस कबूलनामे के साथ ही उसने मुंबई हमले का सारा ब्यौरा भी दिया था।
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