लालगढ़ अभियान असंतोषजनक : राज्य सरकार
जिला अधिकारी नारायण स्वरूप निगम ने आईएएनएस को बताया कि जेकेपी-एन के तीनों कार्यकर्ताओं के शव बीनपुर पुलिस थाना क्षेत्र के मगुराई गांव के समीप राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या नौ पर पाए गए।
इनमें से एक की हत्या गोली मारकर की गई है और शेष दो के शवों पर धारदार हथियारों से वार के निशान हैं।
इन शवों की बरामदगी के बाद 18 जून को राज्य पुलिस और केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के संयुक्त अभियान के आरंभ होने के बाद से नक्सलवदियों के शिकार हुए लोगों की संख्या नौ हो गई है।
आतंकवादियों ने हाल में ही चार पुलिसकर्मियों का अपहरण कर लिया था, उनमें से दो का अभी तक पता नहीं चला है।
इन हत्याओं की गूंज कोलकाता में सत्ता के गलियारों में हुई और राज्य के वरिष्ठ प्रशासनिक तथा पुलिस अधिकारियों ने एक उच्च स्तरीय बैठक करके चल रहे अभियान की कमजोरियों और उन्हें दूर करने के उपायों पर चर्चा की।
बैठक के बाद राज्य के गृह सचिव अरदेंदु सेन ने संवाददाताओं से कहा, "आरंभ में हमने लालगढ़ में कानून व्यवस्था स्थापित करने में महत्वपूर्ण सफलता हासिल की थी। परंतु बाद के अभियान में परिणाम बहुत संतोषजनक नहीं रहे।"
उन्होंने कहा कि केंद्रीय अर्धसैनिक बल हमेशा इलाके में तैनात नहीं रह सकते इसलिए अगले 15-25 दिनों में कानून व्यवस्था में सुधार के लिए समयबद्ध अभियान चलाए जाएंगे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।