रिदा के परिजनों ने अस्पताल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई (लीड-1)
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि उसे इस प्रकार की एक शिकायत दर्ज करने का निर्देश महाराष्ट्र सरकार के संयुक्त निदेशक (स्वास्थ्य) से भी मिला है।
बुंद गार्डन पुलिस थाने के वरिष्ठ इंस्पेक्टर एस.एम.नाडगौडा ने बताया कि रिदा के पिता साजिद शेख और उसकी चाची आयशा अपने वकील आसिफ लैंपवाला के साथ दोपहर को थाने आए और एक लिखित शिकायत दर्ज कराई।
नाडगौडा ने आईएएनएस से कहा कि उनकी शिकायत स्वीकार कर ली गई है और पुलिस मामले की जांच करेगी। इसके बाद प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज की जाएगी।
उन्होंने कहा कि मामले को एक विशेष समिति को सौंपा जाएगा, जो सुझाव देगी कि अस्पताल और क्लिनिक के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाए। इसके बाद पुलिस आवश्यक कार्रवाई करेगी।
रिदा के परिजनों का आरोप है कि यदि समुचित इलाज होता तो उसकी जान बच सकती थी। अस्पताल के स्वास्थ्य अधिकारी इस आरोप से इंकार कर रहे हैं। परिजनों का यह भी आरोप है कि रुबी हाल क्लिनिक ने खून की जांच भी सही तरीके से नहीं की।
उनके वकील लैंपवाला ने मीडिया से कहा कि रिदा के परिजन अस्पताल और क्लिनिक के खिलाफ आपराधिक और दीवानी मुकदमा चलाना चाहते हैं।
उधर महाराष्ट्र में गुरुवार सुबह तक स्वाइन फ्लू के 30 नए मामले सामने आने के साथ ही राज्य में इससे संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 172 हो गई है।
स्वाइन फ्लू नियंत्रण कक्ष के प्रमुख प्रदीप आवटे ने बताया, "नौ नए मामले पुणे से और चार मुंबई से सामने आए हैं। पीड़ितों में एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल है।"
उन्होंने बताया कि राज्य के वरिष्ठ अधिकारी आई.एस. चहल हाल ही में ब्रिटेन से लौटे थे। उनमें स्वाइन फ्लू के लक्षण पाए जाने के बाद बुधवार रात कस्तूरबा अस्पताल में उनकी जांच की गई और वे संक्रमित पाए गए।
पुणे में सेंट ऐंस हाई स्कूल की दो छात्राओं में इस बीमारी का संक्रमण पाया गया है जबकि एक अन्य को नायडू अस्पताल में अलग-थलग रखा गया है। रिदा शेख भी इसी स्कूल की विद्यार्थी थी।
राज्य का स्वास्थ्य विभाग इस समय स्वाइन फ्लू से पीड़ित 172 लोगों की निगरानी कर रहा है। इनमें से 118 मामले पुणे, 26 मामले मुंबई, 25 मामले पंचगनी, दो मामले ठाणे और एक मामला नासिक से सामने आया है।
सतारा के जिलाधिकारी विकास देशमुख ने बुधवार को पंचगनी के कुछ स्कूलों का दौरा कर वहां की हालात को सामान्य बताया था।
झारखंड में एक 22 वर्षीय छात्र के स्वाइन फ्लू से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। राज्य में इस रोग के संक्रमण का यह पहला मामला है।
एक अधिकारी ने बताया कि यह छात्र विगत 23 जुलाई को अमेरिकी शहर बोस्टन से जमशेदपुर पहुंचा था। उसके चिकित्सीय नमूनों को जांच के लिए कोलकाता भेजा गया था।
पूर्वी सिंहभूम जिले के नोडल अधिकारी स्वर्ण सिंह ने बताया, "जांच रिपोर्ट में इस छात्र में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है।"
गौरतलब है कि जमेशदपुर से तीन और बोकारो से एक संदिग्ध मामला सामने आया है। इनके चिकित्सकीय नमूनों को जांच के लिए भेजा गया है।
उड़ीसा में गुरुवार को एक इंजीनियर में स्वाइन फ्लू के लक्षण दिखने के बाद उन्हें कटक के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। वह हाल ही में सिंगापुर से लौटे हैं।
उधर स्वाइन फ्लू के खिलाफ कोई खतरा नहीं उठाते हुए गुजरात सरकार ने सभी निजी अस्पतालों को स्वाइन फ्लू से संक्रमित सभी मरीजों को सरकारी अस्पतालों में भेजने का निर्देश दिया है।
स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि पुणे में सोमवार को स्वाइन फ्लू से एक लड़की की मौत से सबकी आंखें खुल गईं हैं। निजी अस्पतालों और क्लिनिकों को स्वाइन फ्लू के सभी संदिग्ध मामलों को सरकारी अस्पतालों में भेजने का निर्देश दिया गया है।
जो भी निजी अस्पताल या चिकित्सक इस निर्देश का उल्लंघन करते पाए गए उन्हें कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।