'विदेशी' नृत्य की भाषा सीख सकती हैं मधुमक्खियां
झांग के मुताबिक, "मधुमक्खियां एक 'विजुअल ओडोमीटर' की मदद से खाद्य स्रोत तक का सफर तय करती हैं। इस दौरान मधुमक्खियां रास्ते में आने वाली प्रत्येक वस्तु की तस्वीर अपने दिमाग में बैठाती चलती हैं, जिससे कि उसे पहचानते हुए वे अपने गंतव्य तक लौट सकें।"
"अपने गंतव्य (छत्ते) पर लौटने के बाद मधुमक्खियां अपनी पूंछ हिलाते हुए नृत्य कर अपने दूसरी साथियों से जानकारी का आदान-प्रदान करती हैं। इस दौरान मधुमक्खियां अपनी पूंछ को हिलाने की रफ्तार और उसके इधर-उधर करने के तरीके के माध्यम से खाद्य सामग्री की दूरी और दिशा के बारे में अपनी साथियों को बताती हैं।"
मधुमक्खियों की अलग-अलग प्रजातियां होती हैं और सभी प्रजातियां अपनी साथियों को संदेश देने के लिए अलग-अलग प्रकार के नृत्य करती हैं।
शोधकर्ताओं के बीच इस बात को लेकर बहस छिड़ी थी कि क्या अलग-अलग प्रजातियों की मधुमक्खियां अलग-अलग भाषा के माध्यम से अपना संदेश प्रसारित करती हैं या फिर वे अलग-अलग प्रकार के नृत्य के माध्यम से इस काम को अंजाम देती हैं।
शोध में जुटी झांग की टीम ने पता लगाया कि एशियाई रानी मधुमक्खी और एशियाई तथा यूरोपीय कामगारों वाली कालोनी में मधुमक्खियां एक दूसरे की नृत्य शैली की बखूबी नकल उतारती हैं। इससे साफ हो गया कि एशियाई तथा यूरोपीय मधुमक्खियां एक दूसरे की नृत्य शैली और उसकी भाषा को समझ तथा सीख सकती हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।