'अधूरी रही भैया की कलाई पर राखी सजाने की आस'
दो साल पहले रक्षा बंधन से कुछ ही दिन पहले उनके भाई आकाश पांडेय को अगवा कर लिया गया था और तब से उसकी कोई खबर नहीं मिली।
अकांक्षा ने गुरुवार को आईएएनएस से कहा, "बिहार में अपहरण बहनों के लिए अभिशाप बन गया है। हम असहाय हैं।" बात करते समय अकांक्षा की आंखों से आंसू छलक रहे थे।
आकाश (12) को 10 अगस्त, 2007 को उस समय अपहरण किया गया था जब वह स्कूल जा रहा था। बुधवार को सिर्फ आकाश की बहनें ही नहीं, बल्कि राज्य की सैकड़ों महिलाओं ने भाई-बहन के इस पवित्र पर्व को नहीं मनाया।
पिछले महीने बिहार सरकार ने कहा था कि विगत आठ वर्षो के दौरान राज्य में 2,000 से अधिक बच्चों का अपहरण हुआ और इनमें 340 के बारे में आज तक कुछ भी पता नहीं चल सका।
अधिकारिक रिपोर्टों के मुताबिक वर्ष 2001 से 2009 के बीच 2,167 बच्चों का अपहरण किया गया। इनमें से 1,752 बच्चे ही सुरक्षित घर लौट सके। 75 बच्चों की हत्या कर दी गई।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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