मुद्रास्फीति की दर में और गिरावट
वर्ष 1995 में नए थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति की दर पहली बार छह जून को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान नकारात्मक स्थिति में पहुंची थी।
इससे पहले वर्ष 1977 में मुद्रास्फीति की दर नकारात्मक स्थिति में पहुंची थी। नकारात्मक मुद्रास्फीति से आशय संबंधित सप्ताह के दौरान औसत थोक मूल्य का पिछले साल की समान अवधि की तुलना में कम होना है। यह तय नहीं है कि यह खुदरा मूल्यों को प्रदर्शित करे।
इस सप्ताह के दौरान प्राथमिक वस्तुओं के सूचकांक में 0.4 फीसदी की बढ़ोतरी हुई और यह 261.1 से बढ़कर 262.2 हो गया, जबकि विनिर्मित वस्तुओं के सूचकांक में 0.1 फीसदी की गिरावट आई। ईंधन और बिजली सूचकांक में कोई परिवर्तन नहीं हुआ और यह पिछले सप्ताह के 338.2 (अस्थाई) पर बना रहा। इस साल 30 मई को समाप्त सप्ताह के दौरान मुद्रस्फीति की वास्तविक दर 0.90 फीसदी थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।