सीतामढ़ी में स्थिति सुधरी, राहत कार्य तेज
राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव ब्यास जी ने बुधवार को बताया कि सीतामढ़ी जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों से अब तक 10 हजार से ज्यादा लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित प्रत्येक परिवार को एक क्विंटल अनाज तथा 250 रुपये नकद देने का कार्य चल रहा है।
ब्यास जी के मुताबिक अब तक बाढ़ पीड़ितों के बीच 271 क्विंटल चूड़ा, 25 क्विंटल गुड़ और दो क्विंटल नमक का वितरण किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि बचाव और राहत कार्य में राष्ट्रीय आपदा राहत बल (एनडीआरएफ) की 22 नावों के अलावे 15 सरकारी और 18 निजी नावों को लगाया गया है।
इधर, मुजफ्फरपुर जिले के बाढ़ प्रभावित कुछ इलाकों में बाढ़ के पानी का दबाव अभी भी बना हुआ है। जिले के औराई, कटरा, गायघाट तथा बोचहां प्रखंड के करीब एक सौ गांवों में बाढ़ का पानी फैल गया था।
तिरहुत प्रमंडल के आयुक्त एस़ एम़ राजू ने बताया कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत एवं बचाव कार्य तेज कर दिया गया है। इसमें स्थानीय प्रशासन के अलावे एनडीआरएफ की टीम लगातार काम कर रही है। उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित इलाकों से पानी के भी घटने का सिलसिला जारी है।
राजू के अनुसार जिले के औराई प्रखंड के निकट बागमती रिंग बांध में हो रहे कटाव को रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्य तेज करने का निर्देश भी दिया गया है।
शनिवार को सीतामढ़ी जिले के रूनीसैदपुर प्रखंड के तिलक ताजपुर गांव के समीप बागमती के तटबंध टूट जाने के कारण सीतामढ़ी तथा मुजफ्फरपुर जिले के करीब 200 गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।