आतंकी रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल कर सकते हैं : एंटनी (लीड-1)
एंटनी यहां रासायनिक आतंकी आपदा के प्रबंधन पर राष्ट्रीय दिशानिर्देश जारी कर रहे थे।
रक्षा मंत्री ने कहा, "आतंकी दुनिया भर में अपनी गतिविधियों में अधिक से अधिक आक्रामकता लाने के प्रयास में जुटे हुए हैं। वे अपने हमलों में नई तकनीक और प्रौद्योगिकी को अपना रहे हैं।"
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) द्वारा समायोजित किए गए इन दिशानिर्देशों को विभिन्न क्षेत्र के विशेषज्ञों ने तैयार किया है।
इन दिशानिर्देशों को तैयार करने में सशस्त्र बल मध्यवर्ती सेवाएं और रक्षा अनुसंधान व विकास संगठन के विशेषज्ञों ने भी महत्वपूर्ण योगदान किया है।
इस व्यापक दिशानिर्देश में आतंक निरोधी रणनीतियों, चौकसी और पर्यावरण निगरानी, खतरनाक अपशिष्ट पदार्थो की तस्करी और मानव संसाधन विकास जैसे कई सारे मुद्दे शामिल किए गए हैं। मानव संसाधन विकास के तहत शिक्षा और प्रशिक्षण, ज्ञान प्रबंधन और सामुदायिक जागरूकता शामिल किए गए हैं।
एंटनी ने कहा, "रक्षा मंत्रालय खुद को भी किसी भी तरह के रासायनिक आतंकी आपदा के प्रबंधन के लिए तैयार करेगा।"
ज्ञात हो कि भारत रासायनिक हथियार समझौता, 1993 पर हस्ताक्षर करने वाले देशों में से एक है और वह रासायनिक हथियारों के अपने जखीरे को पहले ही नष्ट कर चुका है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।