जरदारी ने गोजरा दंगे की निंदा की, 800 के खिलाफ मामला दर्ज (लीड-1)
ज्ञात हो कि प्रांत के टोबाटेक सिंह जिले की गोजरा तहसील में एक समूह द्वारा पवित्र कुरान को कथित रूप से अपवित्र करने को लेकर शनिवार को वहां हिंसा भड़क गई।
कुरान के अपमान की खबर फैलने के बाद एक भीड़ विरोधी समुदाय के एक गांव की ओर चल पड़ी और दोनों समुदायों के बीच संघर्ष शुरू हो गया।
जियो टीवी ने कहा है कि प्रशासन ने दंगा फैलाने और लोगों की हत्या करने के आरोप में लगभग 800 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
इस बीच जरदारी के आदेश पर पुलिस का एक भारी दस्ता स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए घटनास्थल के लिए तत्काल रवाना कर दिया गया है। समाचार पत्र नेशन ने अपनी वेबसाइट पर लिखा है कि भीड़ को रोकने के लिए पुलिस को गोली चलानी पड़ी थी।
अधिकारियों ने कहा है कि भीड़ ने 40 घरों को और एक चर्च को आग के हवाले कर दिया था।
पवित्र कुरान के कथित अपमान को लेकर इलाके में मुसलमानों और ईसाइयों के बीच तनाव व्याप्त हो गया है।
केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री शाहबाज भट्टी ने आरोप लगाया है कि कट्टरपंथियों के नेतृत्व में एक भीड़ ने एक ईसाई बस्ती पर हमला बोल दिया और दर्जनों घरों को आग के हवाले कर दिया।
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी अब्दुल हमीद ने कहा, "हमें छह शव जली हुई अवस्था में मिले हैं। उनमें चार महिलाओं, एक पुरुष और एक बच्चे का शव शामिल है।"
जरदारी ने अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री को हिदायत दी है कि इलाके में सामान्य स्थिति बहाल होने तक वह गोजरा में ही बने रहें और लोगों की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाएं।
पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री मियां शाहबाज शरीफ ने कहा है कि सरकार इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों से कड़ाई से पेश आएगी।
मुख्यमंत्री ने हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों के लिए पांच-पांच लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की है। जबकि परिजनों ने हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।