स्वाइन फ्लू के 16 नए मरीज, पीड़ितों की संख्या 525 हुई (लीड-1)
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से यहां जारी एक बयान में कहा गया है, "अब तक 2,361 संदिग्धों की जांच की गई, जिनमें से 525 में फ्लू के वायरस की पुष्टि हुई। इनमें से 369 पीड़ितों को पूर्ण स्वस्थ होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है। बाकी का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है।"
बयान के मुताबिक शुक्रवार को सामने आए नए मामलों में पुणे (10), हैदराबाद (2), दिल्ली (1), गुड़गांव(1), चंडीगढ़ (1) और इंफाल (1) शामिल हैं।
पुणे में शुक्रवार को पुष्ट 10 मामलों में नौ बच्चे शामिल हैं जो कि देश में ही स्वाइन फ्लू ग्रस्त बच्चों की चपेट में आकर संक्रमित हुए हैं। इसके अलावा लंदन से लौटने वाले एक 21 युवक में फ्लू की पुष्टि हुई है।
स्वाइन फ्लू के बढ़ते मामले को देखते हुए सरकार ने गुरुवार को घोषणा की थी कि फ्लू की जांच के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) समेत दो नए स्वास्थ्य केंद्र चिन्हित किए गए हैं। दिल्ली में राष्ट्रीय संक्रामक रोग संस्थान के साथ ही दो नए स्वास्थ्य केंद्रों एम्स और पटेल चेस्ट संस्थान को जांच की सुविधाओं से लैस किया गया है।
उल्लेखनीय है स्वाइन फ्लू की चपेट में आने वाले बच्चों की बढ़ती तादाद को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शैक्षिक संस्थानों से कहा है कि वे संस्थानों को बंद न करें अपितु इस बीमारी के फैलने से रोकने के लिए सावधानी बरतें।
उधर चंडीगढ़ में 17 वर्ष के एक किशोर में स्वाइन फ्लू की पुष्टि होने के साथ ही यहां इसके मरीजों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है।
अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को मोहाली के रहने वाले इस किशोर को सेक्टर 32 स्थित सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां निकट संपर्क से संक्रमण का यह पहला मामला है। इस किशोर की बहन में पहले ही इस बीमारी की पुष्टि की गई थी जो सिंगापुर से पिछले सप्ताह लौटी थी।
चंडीगढ़ के नोडल अधिकारी एच. सी. गेरा ने शुक्रवार को आईएएनएस को बताया, "हमने किशोर के नमूनों को नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय संचारी रोग संस्थान भेजा था और कल शाम इसकी रिपोर्ट मिली जिसमें फ्लू की पुष्टि की गई।"
गेरा ने कहा, "किशोर तेज बुखार और सर्दी की शिकायत के बाद अस्पताल आया था। उसकी सेहत में सुधार हो रहा है और उसकी हालत स्थिर बनी हुई है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।