ब्रिटेन में भारत से रोजगार की आउटसोर्सिग का विरोध
समाचार पत्र टाइम्स ने बुधवार को कहा है कि ब्रिटिश काउंसिल में 1,300 नौकरियों में से 500 नौकरियां अगले 18 महीनों के भीतर 4.5 करोड़ पाउंड की बचत के लिए समाप्त कर दी जाएंगी।
इनमें से 100 से अधिक रिक्तियां भारत में भरी जाएंगी और संगठन कुछ भारतीय रंगरूटों को ब्रिटेन लाने की भी योजना बना रहा है।
अखबार ने कहा है कि ब्रिटिश काउंसिल को कोष मुहैया कराने वाला विदेश मंत्रालय भी इसी तरह के विकल्प तलाश रहा है।
पब्लिक एंड कामर्शियल सर्विस युनियन (पीसीएस) ने कहा है कि ब्रिटिश काउंसिल का निर्णय प्रधानमंत्री गार्डन ब्राउन के उस वादे के विपरीत है, जिसमें उन्होंने ब्रिटिश नौकरियों को ब्रिटिश नागरिकों के लिए सुरक्षित करने की बात कही थी। यह निर्णय मंदी के दौर में और अनुचित होगा।
युनियन के प्रवक्ता डेव क्लिफ ने कहा, "हम समझते हैं कि यह एक विशुद्ध अपमान है। ब्रिटिश काउंसिल ब्रिटिश संस्कृति को बढ़ावा देने वाला एक शैक्षणिक और सांस्कृतिक संगठन है। लेकिन इस संगठन का एक बड़ा हिस्सा अब देश के बाहर जा रहा है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।