विधानसभा उपचुनावों को लेकर कांग्रेस-तृणमूल गठबंधन में दरार
अप्रैल-मई में हुए लोकसभा चुनाव में बाउबाजार और सियालदह के विधायकों के सांसद बनने के बाद इन निर्वाचन क्षेत्रों में 18 अगस्त को उपचुनाव होने हैं। बाउबाजार के विधायक सुदीप बंदोपाध्याय कोलकाता उत्तरी और सियालदह के विधायक सोमेन मित्रा डायमंड हार्बर से तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर निर्वाचित हुए हैं।
कांग्रेस इस आधार पर दावा कर रही है कि वर्ष 2006 के विधानसभा चुनाव में बंदोपाध्याय और मित्रा दोनों कांग्रेस के टिकट पर निर्वाचित हुए थे। लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार बनने के लिए ये दोनों तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए।
दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस का दावा है कि दोनों नेताओं का अपने-अपने क्षेत्रों में भारी दबदबा है और इन इलाकों में तृणमूल वाम मोर्चा विरोधी सबसे बड़ी ताकत के रूप में उभरा है।
बांदोपाध्याय को वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में भी बाउबाजार क्षेत्र से बढ़त मिली थी और मित्रा सियालदह क्षेत्र से सात बार विजयी हो चुके हैं।
तृणमूल दोनों सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारना चाहती है, वहीं कांग्रेस कम से कम एक स्थान पर अपनी पार्टी का प्रत्याशी खड़ा करना चाहती है।
कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष सुब्रत मुखर्जी ने कहा,"हम तृणमूल के साथ गठबंधन कायम रखना चाहते हैं। हमने मामले को आलाकमान पर छोड़ दिया है। यदि हमसे कहा गया तो हम एक या फिर दोनों सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। परंतु हम कम से कम एक सीट चाहते हैं।"
पार्टी अध्यक्ष ममता बनर्जी के दिल्ली में होने के कारण तृणमूल कांग्रेस का कोई भी नेता इस बारे में कुछ बोलने को तैयार नहीं है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।