अब सचमुच मुस्कुराएगी पिंकी..
एलपीएस प्रबंधन ने पिंकी का दाखिला हरदोई जिले के माधौगंज में अपनी शाखा में करवाया है। पिंकी को कक्षा दो में प्रवेश दिया गया है। एलपीएस के अधिकारी पिंकी और उसके पिता राजेन्द्र सोनकर को लेकर सोमवार शाम हरदोई पहुंचे। एलपीएस प्रबंधन 12वीं तक पिंकी की पढ़ाई और रहने खाने का पूरा इंतजाम करेगा।
एलपीएस के निदेशक डॉ. सुशील कुमार ने आईएएनस को बताया कि पिछले दिनों जब हमें पता चला कि ऑस्कर पुरस्कार प्राप्त डाक्यूमेंट्री में काम करने वाली पिंकी स्कूल न जाकर मिर्जापुर जिले स्थित अपने गांव में लोगों के घरों में बर्तन साफ कर रही हैं तो हमें बहुत दुख हुआ। उसके बाद ही प्रबंधन ने उसे पढ़ाने का फैसला किया।
कुमार ने कहा, "हमने पिंकी के पिता से कहा कि हम उसे गोद लेकर पढ़ाना चाहते हैं, तो वह तैयार हो गए। खुशी से उनकी आंखों में आंसू छलक आए थे।" उन्होंने कहा कि पिंकी का कहना है कि वह भविष्य में गरीबों की सेवा करने के लिये डॉक्टर बनना चाहती है।
उल्लेखनीय है कि अमेरिकी निर्देशक मेगन माइलन की 39 मिनट की डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'स्माइल पिंकी' को वर्ष 2008 में ऑस्कर पुरस्कार से नवाजा गया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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