आरक्षण नहीं तो फिर गुर्जर आंदोलन
गुर्जर समुदाए के हजारों लोगों ने करौली जिले के हिंडौन की जिस महापंचायत में यह चेतावनी जारी की अब वो महापड़ाव में तब्दील हो गई है। यानी हजारों लोग राज्य सरकार के खिलाफ धरने पर बैठ गए हैं। गुर्जरों ने कहा है कि यदि आरक्षण नहीं मिला तो यहीं से उनका आंदोलन शुरू हो जाएगा।
राज्यपाल के पास लंबित प्रस्ताव
गुर्जरों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलौत तक अपनी चेतावनी पहुंचाते हुए कहा है कि अगर उनका जवाब नहीं मिला तो उनका आंदोलन फिर से रेलवे की पटरियों पर पहुंच जाएगा। उधर सरकार का कहना है कि वो गुर्जरों को आरक्षण के प्रस्ताव पर राज्यपाल की अंतिम मुहर लगने के बाद ही कोई जवाब देने की हद में होगी।
गौरतलब है कि पिछले साल पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने गुर्जरों को पांच फीसदी आरक्षण देने का वादा किया था, लेकिन राजे सरकार ने जब इस संबंध में विधेयक पारित कर उसे राज्यपाल के पास भेजा तो उसमें आर्थिक दृष्टि से कमजोर सवर्ण जाति के लोगों के लिए भी 14 फीसदी आरक्षण देने का अनुमोदन कर दिया। फिलहाल यह विधेयक राज्यपाल के पास अनुमोदन के लिए लंबित है।