सिन्हा की टिप्पणी पर नेताओं ने साधी चुप्पी
सिन्हा ने हाल ही में एक निजी टेलीविजन चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा था कि पार्टी नेतृत्व लोकसभा चुनाव में हुई पराजय पर गंभीरता से विचार नहीं कर रहा है।
सिन्हा की इस टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, "इस विषय पर कुछ भी बोलना नहीं चाहूंगा।"
भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह द्वारा पार्टी की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक के दौरान नेताओं को मीडिया में बयान देने से बचने की दी गई सख्त हिदायत के बावजूद सिन्हा ने अपने साक्षात्कार में कहा, "चुनावी हार पर पार्टी में गंभीरता से विचार नहीं हुआ।"
पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और अरुण जेटली के उस बयान की भी सिन्हा ने आलोचना की जिसमें कहा गया था कि देश में अब दो ध्रुवीय राजनीति ही चलेगी। सिन्हा ने कहा, "यह खुद को सांत्वना देने की बात है।"
उन्होंने इस बात पर भी रोष जताया कि पार्टी के लिए पांच दफा बजट पेश करने के बावजूद उन्हें इस वर्ष के आम बजट पर चर्चा में भाग लेने का मौका नहीं दिया गया।
उन्होंने कहा, "मुझे उम्मीद थी कि पार्टी मुझसे बजट भाषण पर बोलने के लिए कहेगी लेकिन मुझे पता चला कि कोई और बोल रहा है। निश्चित तौर पर इससे मुझे निराशा हुई।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।