बांग्लादेश ने अपने पहले प्रधानमंत्री को याद किया
अप्रैल 1971 में भारत ने प्रांतीय सरकार को मान्यता दी थी, जो जैसोर जिले के मेहरपुर में एक छोटे परिसर में औपचारिक रूप से आरंभ हुई। सैयद नजरुल इस्लाम कार्यवाहक राष्ट्रपति और ताजुद्दीन अहमद प्रधानमंत्री बने।
समाचार पत्र 'न्यू एज' ने रविवार को कहा कि ताजुद्दीन की उस व्यक्तिगत डायरी के पóो भी प्रदर्शनी में शामिल किए गए जिनमें 30 जनवरी 1947 को महात्मा गांधी की हत्या के बाद उन्होंने अपने विचार लिखे थे।
एक स्वतंत्रता सेनानी और मुक्ति युद्ध संग्रहालय के रफीकुल इस्लाम ने कहा कि प्रदर्शनी में शामिल 60 वस्तुओं में स्वतंत्रता आंदोलन और स्वतंत्रता के बाद के शुरुआती दिनों के संघर्ष के दस्तावेज रखे गए हैं।
ताजुद्दीन वर्ष 1971 में पूरे संघर्ष के दौरान देश के प्रधानमंत्री बने रहे और बाद में शेख मुजीबुर्रहमान के अधीन वित्त मंत्री के रूप में कार्य किया।
शेख मुजीब, ताजुद्दीन और इस्लाम तीनों की वर्ष 1975 में हत्या कर दी गई।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।