श्रीलंका में प्रतिदिन 2000 लोग होते हैं कुत्तों के शिकार
अखबार द संडे आईलैंड ने स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के हवाले से यह जानकारी दी है। अधिकारियों के मुताबिक कुत्तों के काटने से होने वाली बीमारी रैबिज के कारण वर्ष 2009 के पहले छह महीनों में 28 लोगों की मौत हो गई जबकि 205 लोग इससे प्रभावित हुए।
सरकार को कुत्तों के शिकार हुए लोगों के उपचार पर सालाना 50 करोड़ रुपये खर्च करने पड़ते हैं। प्रति व्यक्ति उपचार पर सरकार 39,000 रुपये खर्च करती है।
बहरहाल, कुत्तों की बढ़ती संख्या को रोकने संबंधि कार्यक्रमों को चलाने के लिए सरकार ने स्वास्थ्य मंत्रालय को 20 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की है। ज्ञात हो कि श्रीलंका में कुल दो करोड़ 50 लाख कुत्ते हैं। इनमें से 40 फीसदी कुत्ते आवारा हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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